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स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और गया पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में कुख्यात नक्सली जयराम यादव को पकड़ा। यह वही जयराम यादव है, जो बिहार और झारखंड के जंगलों में दहशत का पर्याय बना हुआ था। उस पर हत्या, विस्फोट, फिरौती और पुलिस पर हमले जैसे 40 संगीन मामले दर्ज हैं। पकड़े गए नक्सली से पुलिस की पूछताछ जारी है। इस बात की पुष्टि टिकारी पुलिस अनुमंडल के एसडीपीओ एसके चंचल ने की है।
एसडीपीओ ने बताया कि 12 अप्रैल को सूचना मिली कि वांछित नक्सली जयराम यादव गुरारू थाना क्षेत्र में छिपा है।
इसके बाद एसपी के आदेश पर एक विशेष टीम गठित की गई। इसमें एसटीएफ के साथ कोच, गुरारू और टिकारी थाने की पुलिस शामिल रही। टीम ने छापेमारी कर टोलपुरा (थाना बंदेया, जिला औरंगाबाद) निवासी जयराम यादव को गिरफ्तार किया।
कमल बिगहा कांड में भी रहा संलिप्त
एसडीपीओ ने बताया कि 14 जून 2024 को कमल बिगहा गांव में नक्सली की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कोंच थाना में यूएपीए और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था। जांच में जयराम की संलिप्तता सामने आई। तभी से वह फरार चल रहा था। इस मामले में अब तक कुल 6 नक्सली गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं।
कई थानों में दर्ज हैं मामले
जयराम यादव पर खिजरसराय, फतेहपुर, गुरारू, बाराचट्टी, वजीरगंज, मुफस्सिल, टिकारी, आमस और डुमरिया सहित कई थानों में संगीन धाराओं में केस दर्ज हैं। आरोप है कि उसने पुलिस टीम पर हमला किया, ब्लास्ट किए और सरकार के खिलाफ साजिश रची। उस पर UAPA, CLA और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज हैं। टिकारी पुलिस का कहना है कि कई अन्य नक्सली अब भी फरार हैं, जिनकी तलाश जारी है।