जांच में सामने आया कि इन मार्कशीट का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कहीं भी नहीं मिला।
राजगढ़ में शिक्षा के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। जिले में संचालित जीनियस कंप्यूटर सेंटर पर फर्जी मार्कशीट बनाने का आरोप है। कलेक्टर को शिकायत मिलने के बाद गुरुवार को कोतवाली टीआई वीर सिंह ठाकुर ने जेल के सामने स्थित इस सेंटर पर छापा मारा।
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पुलिस ने सेंटर संचालक कुणाल मेवाड़े को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। शिकायतकर्ता नाटाराम गांव के कुमैरसिंह भिलाला ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी के लिए दिल्ली बोर्ड से 10वीं और 12वीं की फर्जी मार्कशीट बनवाई थी, जिसके लिए 40 से 50 हजार रुपए लिए गए।
कुमैरसिंह की पत्नी ने परीक्षा राजगढ़ पीटी कंपनी में स्थित पूर्वी विद्या निकेतन सेंटर पर दी थी। संचालक ने दावा किया था कि सेंटर को दिल्ली बोर्ड से मान्यता प्राप्त है और यहां से मिलने वाली मार्कशीट पूरे देश में मान्य होगी। लेकिन जब इन दस्तावेजों का उपयोग आंगनवाड़ी में नौकरी के लिए किया गया, तब फर्जीवाड़ा उजागर हुआ।
रैकेट की जांच में जुटी पुलिस शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि सेंटर पर दिल्ली और उत्तराखंड बोर्ड के नाम से फर्जी मार्कशीट तैयार की जाती हैं और इसके बदले हजारों रुपए वसूले जाते हैं। जांच में सामने आया कि इन मार्कशीट का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कहीं भी नहीं मिला। पुलिस पूरे रैकेट की जांच में जुटी है।

