वक्फ का मतलब अल्लाह की राह में दान देना। सामाजिक भलाई के लिए ये दान किया जाता है। छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सलीम राज ने वक्फ प्रॉपर्टी की यही परिभाषा बताई है। इन प्रॉपर्टीज का सौदा करने के बारे में सोचना भी गुनाह माना गया है, लेकिन कुछ माफिया और
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यह खुलासा तब हुआ जब बोर्ड की ओर से सभी जिलों में वक्फ प्रॉपर्टी की जानकारी मंगवाई गई। जमीनों के रिकॉर्ड खंगाल गए तो पता चला कुछ प्रॉपर्टीज को हाल ही में और कुछ को 30 से 40 साल पहले दस्तावेजी गड़बड़ियां करके बेच दिया गया है। अब ऐसी जमीन की रजिस्ट्री को शून्य करने की कार्रवाई बोर्ड की ओर से की जा रही है।
छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने जब वक्फ प्रॉपर्टी के दस्तावेज जांचे तो इसे बेच दिए जाने की बात पता लगी।
बोर्ड ने मांगी थी जानकारी
सलीम राज ने दैनिक भास्कर को बताया भारत सरकार के द्वारा जो ज्वाइंट पार्लियामेंट कमेटी बनाई गई थी। उसके तहत सभी कलेक्टर को पत्र जारी किया था। दुर्भाग्य है कि करीबन छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ से ऊपर की प्रॉपर्टी अवैध तरीके से बिकी है, उसकी रजिस्ट्री भी हुई है।

यह पत्र भेज कर जानकारी प्रॉपर्टी की मांगी गई थी।
सलीम राज ने आगे कहा कि अब हम समस्त रजिस्ट्रार को पत्र लिख रहे हैं। कलेक्टर को भी पत्र लिखा गया है कि क्योंकि यह सारी वक्फ प्रॉपर्टी थी। इसकी तो रजिस्ट्री हो नहीं सकती। जगदलपुर, अंबिकापुर, रायपुर, बिलासपुर में वक्फ जमीन की सौदेबाजी उजागर हुई है। जिस जमाने में डिजिटल नक्शे नहीं होते थे, उसे जमाने में डिजिटल जमीन के नक्शे दिखाकर सौदेबाजी की गई है यह पूरी तरह से फर्जी है।

पत्र भेजकर रजिस्ट्री शून्य करने की कार्रवाई की जा रही है।
कौन है जिम्मेदार
इस गड़बड़ी का जिम्मेदार कौन है इस सवाल पर डॉ सलीम कहते हैं- ‘जमीन में गड़बड़ी के रिकॉर्ड 15 से 17 साल पुराने है। बीते सालों में छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड में क्या हुआ, उनके द्वारा क्या कार्रवाई की गई, क्या नहीं की गई, उसके पीछे में जाना नहीं चाहता हूं। जो वर्तमान स्थिति है और नियमों के अनुसार हम करवाई कर रहे हैं।’

500 करोड़ की संपत्ति की अवैध बिक्री के ऐसे कागज वक्फ बोर्ड को मिले हैं
ऑन रिकॉर्ड 13 सौ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति
अब जब बोर्ड की ओर से छत्तीसगढ़ की सभी संपत्ति की दस्तावेज की जानकारी मांगी गई है तो 1380 करोड़ 90 लाख के करीब की प्रॉपर्टी का पता चल गया है। डॉ सलीम कहते हैं छत्तीसगढ़ में तकरीबन 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी है ।

सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी बिलासपुर में
वक्फ बोर्ड के रिकॉर्ड के मुताबिक 277 एकड़ के साथ छत्तीसगढ़ में सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी बिलासपुर में है। दुर्ग में 24 एकड़, अंबिकापुर में 4 एकड़, वहीं जगदलपुर में बोर्ड की जमीन पर हेलीपैड बनाया गया है। जिसका सरकार से मुआवजा लेने की आखिरी कार्रवाई चल रही है।

छत्तीसगढ़ वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सलाम रिजवी बताते हैं कि, शहर में 3 हजार 500 करोड़ और ग्रामीण इलाकों में 1 हजार 500 करोड़ की संपत्ति है। बोर्ड के अफसरों के अनुसार, रायपुर, रायगढ़, राजनांदगांव, बिलासपुर, जगदलपुर, मुंगेली, धमतरी, दुर्ग सहित प्रदेश के अलग-अलग जिलों में 2006 संपत्तियां हैं।

90 फीसदी संपत्ति पर कब्जा
बोर्ड के मौजूदा अध्यक्ष डॉ सलीम राज ने बताया कि वक्फ के पास छत्तीसगढ़ में 5 हजार करोड़ की संपत्ति है। इसमें से 90 फीसदी पर कब्जा है। रिकॉर्ड निकाले जा रहे हैं, अवैध कब्जों से संपत्ति को खाली करवा कर इसे सही उपयोग में लाया जाएगा, इस दिशा में काम हो रहा है।
कुछ महीने पहले तक बोर्ड के अध्यक्ष रहे सलाम रिजवी ने भी दैनिक भास्कर को बताया था कि कब्जे की वजह से वक्फ बोर्ड की आय का बड़ा नुकसान हो रहा है।
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छत्तीसगढ़ वक्फ की 5000 करोड़ की प्रॉपर्टी होगी सार्वजनिक
छत्तीसगढ़ में वक्फ बोर्ड के नाम पर जितनी भी प्रॉपर्टी है, सभी की जानकारी सार्वजनिक की जाएगी। कहां कितनी संपत्ति है, इसकी जानकारी मांगी गई है। इसे डिजिटल रिकॉर्ड में अपडेट किया जाएगा। संपत्ति की जानकारी छिपाने वालों या कब्जा करने वालों पर बोर्ड कार्रवाई भी करेगा। वक्फ के पास प्रदेशभर में 5000 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी है। पढ़ें पूरी खबर