गोपालगंज के मांझागढ़ प्रखंड में स्थित सारण गंडक नहर का पुल शासन-प्रशासन की लापरवाही का शिकार हो गया है। 1965 में बने इस पुल की स्थिति अब बेहद खराब हो चुकी है। पुल में कई जगह दरारें आ गई हैं। सरिया बाहर निकल आया है। पुल के बीच में एक बड़ा गड्ढा बन गया
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यह पुल मांझा प्रखंड को सीवान जिले से जोड़ता है। इससे रोजाना हजारों लोग गुजरते हैं। स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा है। उनका कहना है कि पुल की मरम्मत न होने से कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है।
पूल के बीच में बना गड्ढा।
सारण कैनाल डिवीजन की गंडक नहर की खुदाई 1965 के दशक में की गई थी। उसी समय इस पुल का निर्माण हुआ था। लेकिन विभाग द्वारा पुल के रखरखाव और मेंटेनेंस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसके कारण पुल की हालत लगातार खराब होती गई है।

पूल से आते जाते लोग।
दो साल से और जर्जर बना पूल
राहगीर लालू खान ने बताया कि इस पुल जर्जर होने के कारण काफी समस्या उत्पन्न हो गई है। यहां से मात्र 200 मीटर दूरी पर थाना भी है, ब्लॉक भी हैं। सरकारी स्कूल भी है कोई देखने वाला नहीं है। स्थानीय विधायक राम प्रवेश राय का तीन किलोमीटर पर घर है। करीब दो साल से जर्जर हुआ है। तीन चार दिन से ज्यादा जर्जर हो गया है। आने जाने का यह मुख्य मार्ग है। इसके अलावा और कोई रोड या रस्ता नहीं है सीवान भी जाना हो तो इसी रास्ते जाना पड़ता है।