निर्माण कार्यों की गुणवत्ता को जांचने के लिए 7 चीफ इंजीनियर और उनकी टीम सात जिलों में पहुंची और 35 कामों को देखा। कमियां मिलने पर एमपी आरडीसी के असिस्टेंट जनरल मैनेजर समेत एसडीओ, सब इंजीनियरों पर एक साथ कार्रवाई हो गई, जबकि ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट
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प्रदेश के विदिशा, छिंदवाड़ा, दतिया, इंदौर, मंदसौर, सागर और अनूपपुर सहित अन्य जिलों में कुल 35 निर्माण कार्यों काे देखने पहुंचे। इसमें पीडब्ल्यूडी, पीआईयू, सड़क विकास निगम, भवन विकास निगम एवं राष्ट्रीय राजमार्ग से संबंधित कार्य शामिल थे। चीफ इंजीनियरों की रिपोर्ट का सड़क विकास निगम के एमडी भरत यादव, प्रमुख अभियंता (बीएनआर) केपीएस राणा, प्रमुख अभियंता (भवन) एसआर बघेल व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने रिव्यू किया। इसके बाद कार्रवाई की गई।
विदिशा जिले के महामायी मंदिर पहुंच मार्ग व्हाया पाटन कमालिया के निर्माण कार्य में गुणवत्ता मानक मापदण्डों की अनदेखी पर ठेकेदार मेसर्स इंफ्रा डेवलपर्स को ब्लैक लिस्ट किया गया और संबंधित अफसरों को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए गए। दतिया में इंदरगढ़-पढोकर-समथर मार्ग में लापरवाही पर एसडीएम आरके मिश्रा और सब इंजीनियर रविकांत सारस्वत की एक वेतन वृद्धि रोकी गई, जबकि उपयंत्री संतोष शर्मा को निलंबित किया गया। सागर में जरुआखेड़ा आरओबी और सागर-खुरई-बीना कार्य में विलंब पर ठेकेदार पर पैनाल्टी लगाई जाएगी। मंदसौर में राज्य मार्ग निर्माण की गुणवत्ता पर कार्रवाई होगी।