मैनपुरी में एक युवक ने सुसाइड करने से पहले अपना वीडियो बनाया। फिर उसको इंस्टाग्राम पर पोस्ट कर दिया। युवक ने अपनी मौत का कारण 8 पुलिसकर्मियों और 1 लड़की को बताया है। युवक ने वीडियो में कहा, पुलिस मुझे बहुत परेशान कर रही है।
.
मैं एक लड़की से बहुत प्यार करता हूं लेकिन आरोप लगने के बाद उसने भी मुझे छोड़ दिया। खैर कोई बात नहीं, मेरे कमरे में जो ये पंखा लगा है, मैं आज इसी से लटक कर अपनी जान देने वाला हूं,आई लव यू मेरी जान।
सोनू ने देर रात कमरे में फांसी लगा ली
ये मामला मैनपुरी के सदर कोतवाली क्षेत्र का है। युवक का नाम सोनू (20) है। सोनू ने गुरुवार देर रात सुसाइड किया है। उसका वीडियो उसके दोस्तों ने घरवालों को दिखाया था। परिवार को शुक्रवार सुबह सोनू की मौत की जानकारी मिली, जब वे उसके कमरे में पहुंचे। सोनू जयपुर में रहकर मजदूरी कर रहा था। वो 8 दिन पहले ही घर आया था।
सोनू ने मरने से पहले अपना ये वीडियो बनाया है।
15 दिन से मेरे बेटे को परेशान किया जा रहा था- पिता
सोनू के पिता शरद ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है, सोनू को पुलिस वाले 15 दिन से बहुत परेशान कर रहे थे। काफी समय पहले उसके ऊपर फोन चोरी का एक केस दर्ज किया गया था। उस केस में उसको जेल भेजा। उसके बाद फिर चोरी के झूठे केस में फंसाया।
पुलिस वालों ने बेटे को छोड़ने के पैसे भी लिए, उसके बाद भी वो नहीं मान रहे थे। आए दिन उसको थाने बुलाते थे। बाहर भेजा तो फोन करके परेशान कर रहे थे। तभी मेरे बेटे ने सुसाइड किया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने सोनू के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मैं आज अपनी जिंदगी खोने वाला हूं…सोनू का आखिरी वीडियो
सोनू ने अपने वीडियो में कहा, मैं एक लड़की से बहुत प्यार करता था, जिसने मुझे धोखा दे दिया। फिर भी कोई बात नहीं। उसने मुझे मेरे ऊपर लगे मुकदमे की वजह से छोड़ दिया। मैं आज अपनी जिंदगी खोने वाला हूं। यह पंखा है, जिस पर आज फांसी लगाकर मैं जान देने वाला हूं।
मेरी मौत की जिम्मेदार आठ पुलिस वाले हैं। जिनमें ललित, यदुनाथ, सिविल लाइन चौकी के संतोष और भांवत चौकी के सिपाही शामिल हैं। आप सभी भाई लोगों को राम-राम। मेरी आईडी चलानी हो तो मेरे नाम से चलाना “सोनू शूटर”…आई लव यू मेरी जान।
मैं आज अपना जीवन खत्म कर रहा हूं।
पुलिस वाले लगातार हमसे पैसे मांगते थे- नाना
पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे सोनू के नाना ने बताया, मेरा नाती पुलिसवालों से बहुत परेशान था। इन पुलिसवालों ने जबरन उसके हाथ में तमंचा पकड़वाकर उसको जेल भेजा था। 3 महीने बाद वो बाहर आया था।
पुलिस वाले लगातार हमसे पैसे मांगते थे। ये सब देखकर मेरा नाती कहता था, नाना इसे अच्छा तो मैं अपनी जान दे दूं। ये पुलिस विभाग हमें जीने नहीं देगा। मैं ये मांग करता हूं, जिन पुलिसकर्मियों की वजह से मेरे नाती की जान गई, उन पर सख्त कार्रवाई हो।
सबूतों के आधार पर जांच की जा रही- एसपी
एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया, मामले में जांच की जा रही है। सोनू के पिता ने तहरीर दी है। जिस पुलिसकर्मियों का नाम सामने आया है, उनसे भी मामले की जानकारी ली जाएगी। सबूतों के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी।