गरियाबंद में किडनी रोग से प्रभावित सुपेबेड़ा सहित 9 गांवों के 2074 परिवारों के लिए तेल नदी से फ्लोराइड रहित पेयजल उपलब्ध कराने की योजना अधूरी है। 8 माह बीत जाने के बाद भी ठेकेदार केवल 30 प्रतिशत काम ही पूरा कर पाया है।
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मंगलवार को पीएचई के प्रमुख अभियंता टीडी शांडिल्य और रायपुर मंडल के अधीक्षण अभियंता समीर गौड़ ने सुपेबेड़ा का दौरा किया। अधिकारियों ने तेल नदी के सेनमुडा घाट पर चल रहे हेड वर्क का निरीक्षण किया। काम की गुणवत्ता संतोषजनक पाई गई, लेकिन प्रगति की धीमी गति से अधिकारी नाराज दिखे।
अधिकारियों ने ठेकेदार कंपनी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
कार्यपालन अभियंता विप्लव धृतलहरे ने बताया कि शेष 70 प्रतिशत काम कम समय में पूरा किया जा सकता है। अधिकारियों ने ठेकेदार कंपनी को नोटिस जारी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही अगले दो महीने के भीतर पूरी योजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह योजना सरकार की प्राथमिकता वाली परियोजनाओं में शामिल है।