बंगाली क्लब नौलखा में इस बार 96वां दुर्गा पूजा उत्सव मनाया जाएगा। बंगाली समाज का दुर्गा पूजा उत्सव शताब्दी वर्ष की ओर है। ऐसे में इस साल से अगले पांच साल तक उत्सव को विशेष रूप से मनाया जाएगा। इस बार तैयारियों के साथ ही देवी की प्रतिमा भी अलग कलेवर मे
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इस बार प्रतिमाएं ताम्रवर्णी यानी कॉपर कलर की होंगी। क्लब की स्थापना से लेकर अब तक कभी प्रतिमाओं का कलर नहीं बदला गया था। अब तक प्रतिमाओं पर स्किन कलर ही होता आया है। इस बार दुर्गा प्रतिमा की ऊंचाई भी एक फीट बढ़ाकर करीब 17 फीट की गई है।
कब कौन-सा उत्सव {9 अक्टूबर : महाषष्ठी। कल्पारंभ से शुरुआत। {10 अक्टूबर : महासप्तमी। {11 अक्टूबर : महाष्टमी। {12 अक्टूबर : महानवमी। {13 अक्टूबर : दशमी पूजन। विसर्जन, सिंदूर उत्सव। (जानकारी बंगाली क्लब के अनुसार।)
देवी की साड़ी, शृंगार और पूजन सामग्री तक बंगाल से मंगवाई गई क्लब के अध्यक्ष जयंतनाथ चौधरी और सचिव रवि नंदी कहते हैं कि 96 साल के इतिहास में यह पहला मौका है जब प्रतिमाओं को कॉपर कलर किया गया है। इस बार का दुर्गा पूजा पूरी तरह बंगाल में होने वाले उत्सव की तरह मना रहे हैं। प्रतिमा बनाने वाले 15 कलाकार भी बंगाल से आए हैं। मिट्टी भी बंगाल से बुलवाई गई थी। देवी की साड़ी, शृंगार व पूजन सामग्री से लेकर कमल के फूल भी बंगाल से बुलवाए हैं।
31 फीट ऊंची महाकाल की प्रतिकृति भी बनाई
क्लब की श्री सार्वजनिक दुर्गा पूजा कमेटी के अध्यक्ष अशोक मुखर्जी और रूपेश पाल ने बताया, यहां हर साल देश के प्रसिद्ध मंदिरों की प्रतिकृति बनाई जाती है। इसी परंपरा में इस बार प्रवेश द्वार पर भगवान महाकाल की प्रतिकृति के दर्शन होंगे। बंगाल के कलाकारों ने 31 फीट ऊंची यह प्रतिकृति बनाई है।
पूजन के समय में भी बदलाव
पूजा के समय में भी मुहूर्त के कारण बदलाव रहेगा। महाषष्ठी की पूजा 9 अक्टूबर शाम 7.30 बजे व महाष्टमी की पूजा 11 अक्टूबर की तड़के 4.30 बजे होगी। 12 अक्टूबर को महानवमी, दशमी 13 अक्टूबर को मनेगी। सिंदूर उत्सव के साथ समापन होगा।
5 लोगों ने शुरू किया था क्लब
बंगाली क्लब 1918 में पांच लोगों ने शुरू किया था। अब 800 से ज्यादा परिवार जुड़े हैं। विजय नगर, बंगाली कॉलोनी, बापट चौराहा, एयरपोर्ट रोड पर भी दुर्गा पूजा उत्सव मनाते हैं।