इंदौर में शेयर कारोबारी महिला से डिजीटल अरेस्ट की वारदात के बाद क्राइम ब्रांच ने इस मामले में सातवां आरोपी पश्चिम बंगाल से पकड़ा है।
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अभी तक इस मामले में पहले पिता-पुत्र और चार युवकों की गिरफ्तारी गुजरात के बड़ौदा और सूरत से हुई थी। क्राइम ब्रांच आरोपी से पूछताछ कर रही हैं। डीसीपी राजेश त्रिपाठी के मुताबिक बिचौली मर्दाना में रहने वाली वंदना गुप्ता से 1 करोड़ 60 लाख की ठगी हुई थी। जिसमें क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार को अभिषेक पुत्र तपन कुमार चक्रवर्ती निवासी कूच बेहर (पश्चिम बंगाल) को गिरफ्तार किया गया है।
क्राइम ब्रांच ने इंदौर के डिजिटल अरेस्ट मामले में आरोपी को पश्चिम बंगाल से पकड़ा है।
आरोपी अभिषेक से पूछताछ करते हुए बताया कि बांग्लादेश–असम बॉर्डर स्थित (पश्चिम बंगाल) का रहने वाला है और MGM कम्प्यूटर क्लास का संचालक है, जिसने डिजिटल अरेस्ट गैंग के साथ कोलकाता में होटल के अंदर योजना बनाकर स्वयं का बैंक ऑफ महाराष्ट्र का करंट बैंक अकाउंट ठगी के लिए उपयोग करना बताया।
जब ट्रांजैक्शन लिमिट कम थी तो दुबारा पिता के नाम से फर्जी फर्म बनाकर बंधन बैंक में करंट अकाउंट खुलवाया, जिसकी ट्रांजैक्शन लिमिट करोड़ों में थी। उसने कमीशन पर यह काम किया था। अभिषेक ने बताया कि उसने कोलकाता से गैंग के हेड द्वारा बताने पर पुलिस को गुमराह करने के लिए ट्रांजैक्शन अन्य अकाउंट में किए थे। वही अकाउंट की सिम बंद कर ली थी।
एमडी ड्रग के साथ पकड़ाया आरोपी क्राइम ब्रांच ने एक ओर कार्रवाई करते हुए एमडी ड्रग के साथ मोहम्मद तोकिर पुत्र अब्दुल कादीर निवासी चंदूवाला रोड को किला मैदान के यहां से पकड़ा है। क्राइम ब्रांच के सिपाही दीपक और अन्य लोगों ने यहां पर दबिश देकर आरोपी के पास से एमडी ड्रग जब्त की है। क्राइम ब्रांच उससे पूछताछ कर रही हैं।
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