शाहजहांपुर में 27 साल बाद भी ऐसिड अटैक की पीड़िता को मुआवजा नहीं मिल सका है, जिससे वह परेशान हो गई थी। अब एक एनजीओ ने पीड़िता को सरकार से मुआवजा दिलाने के लिए पहल की है। एनजीओ की सदस्य और पीड़िता ने डीएम और अन्य अधिकारियों से मुलाकात की। जिनसे अधिकार
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पीड़िता पर 1997 में एक युवक ने तेजाब फेंक दिया था क्योंकि उसने शादी से इनकार कर दिया था। इससे पीड़िता की एक आंख पूरी तरह खराब हो गई और दूसरी आंख की रोशनी भी कम हो गई। इसके अलावा, वह जलने से भी पीड़ित हुई थी। अब तक पीड़िता के दस ऑपरेशन हो चुके हैं और इलाज जारी है। पीड़िता के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है। वह आर्थिक रूप से भी कमजोर है।
मामले की फाइल तैयार की जा रही है
एनजीओ की सदस्य फराह खान को इस मामले की जानकारी मिली और वह शाहजहांपुर पहुंची। उन्होंने पीड़िता को लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचकर अधिकारियों से मुलाकात की। अधिकारियों ने अब पीड़िता को जल्द पांच लाख रुपये का मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया।
एनजीओ ने सरकार से अपील की है कि अवैध रूप से तेजाब बेचने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए और सख्त कानून बने। जिला प्रोबेशन अधिकारी गोरव मिश्रा ने बताया कि पुराने मामले में भी मुआवजा देने का प्रावधान है। पीड़िता को पांच लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। इस मामले की फाइल तैयार की जा रही है।