उन्नाव में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत दंपति द्वारा फर्जीवाड़ा करने का मामला सामने आया है। इस मामले में जांच के बाद प्रशासन ने दंपति के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है। मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) प्रेम प्रकाश मीणा के मुताबिक, जांच म
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मोहान विधानसभा क्षेत्र के मुन्नीखेड़ा ग्राम पंचायत के रोहनी और दयालपुर के सूरज ने मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के लिए आवेदन किया था। आवेदन में अपनी शादी की स्थिति छुपाकर, उन्होंने योजना का गलत लाभ लेने की कोशिश की थी। दोनों ने योजना के तहत विवाह मंडप में फेरे भी लिए थे, लेकिन जब उनकी असली शादी की जानकारी सामने आई, तो प्रशासन ने उनका आवेदन निरस्त कर दिया और उन्हें दिए गए उपहार भी वापस ले लिए।
फर्जी दस्तावेजों का मामला दर्ज होगा
सीडीओ प्रेम प्रकाश मीणा ने बताया कि इस धोखाधड़ी के तहत अब दोनों के खिलाफ फर्जी दस्तावेज़ पेश करने का मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। प्रशासन इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने के लिए तैयार है। मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना का उद्देश्य गरीब वर्ग के युवाओं को बिना वित्तीय बोझ के शादी करने का अवसर देना है। इसके तहत शादियों का खर्च सरकार उठाती है, लेकिन इस तरह के फर्जीवाड़े योजना की मंशा को प्रभावित करते हैं।
सख्त कार्रवाई की चेतावनी
सीडीओ ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है और कहा कि भविष्य में ऐसे फर्जीवाड़ों से बचने के लिए प्रशासन सतर्क रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकारी योजनाओं का गलत लाभ उठाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कदम उठाए जाएंगे।