रतलाम में ज्वेलरी कारखाने से 5.70 लाख रुपए के गहने लेकर भागे कारीगर को पुलिस ने उत्तर प्रदेश से पकड़ लिया और रतलाम ले आई। कारीगर ने सोना देख नियत खराब होने पर चोरी की थी। डर के कारण वह ज्वेलरी संचालक के कारखाने के नीचे बने तलघर में पत्थरों की आड़ में छ
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रतलाम के भगतपुरी रामगढ़ निवासी गणेश पिता गिरीराज सोनी की रिपोर्ट पर पुलिस ने 14 दिसंबर को कारीगर कृष्ण कांत पिता प्रेम कुमार धनगर निवासी रेपुरा जिला फिरोजाबाद के खिलाफ अमानत में खयानत का केस दर्ज किया था। संचालक ने माणकचौक पुलिस को बताया था कि धनजीभाई के नोहरे में ज्वेलरी मेकिंग का कारखाना चलाने वाले सोनी ने एक परिचित के जरिए 14 नवंबर को कारीगर कृष्णकांत को अपने कारखाने पर ज्वेलरी बनाने के काम पर रखा था।
2 दिन बाद 16 नवंबर को सुबह 11 बजे सोनी ने कृष्णकांत को सोने की चेन का रोल (कुल वजन 77 ग्राम 320 मिलीग्राम) देकर धनजीभाई का नोहरा स्थित ज्वेलर्स रंजनकर की दुकान पर भेजा। लेकिन वह वहां नहीं पहुंचा। काफी देर तक इंतजार किया, लेकिन वह लौटा भी नहीं। व्यापारी ने कारीगर को तलाशा लेकिन जब वह नहीं लौटा तो पुलिस में शिकायत की।
पुलिस यूपी से गिरफ्तार कर लाई कारीगर को तलाशने के लिए माणकचौक पुलिस दो दिन पहले उसके निवास स्थान रेपुरा जिला फिरोजाबाद (यूपी) गई थी। जहां साइबर सेल की मदद से उसे पकड़ लिया। रतलाम लाकर पूछताछ की तो बताया कि सोना देख नियत खराब हो गई थी। आरोपी द्वारा बताए स्थान से पुलिस ने सोने की चेन रोल को जब्त कर लिया।