10 मिनट पहलेलेखक: आशीष तिवारी
- कॉपी लिंक
एक्ट्रेस वेधिका कुमार साउथ की सभी भाषाओं के अलावा हिंदी फिल्म में भी काम कर चुकी हैं। हाल ही में एक्ट्रेस मुंबई के दैनिक भास्कर ऑफिस आईं और फिल्मों में अपनी जर्नी को लेकर खास बातचीत की। इस दौरान एक्ट्रेस ने साउथ सिनेमा के सुपर स्टार रजनीकांत से पहली मुलाकात का किस्सा भी शेयर किया। एक्ट्रेस ने बताया कि जब ‘कांचना 3’ के बाद रजनी सर से मिलीं और रजनी सर ने उनकी एक्टिंग की तारीफ की तो शॉक्ड हो गईं। उनके लिए वह बहुत ही इमोशनल मोमेंट था। आइए जानते हैं बातचीत के दौरान वेधिका कुमार ने और कहा।
सवाल- अपने बचपन के बारे में कुछ बताएं?
जवाब- मेरी पैदाइश महाराष्ट्र के कोल्हापुर में दादा-दादी के घर और परवरिश मुंबई में हुई है। बचपन में आईने के सामने डांस करती थी। श्रीदेवी और माधुरी दीक्षित की फिल्में देखकर उनकी जैसी एक्टिंग करती थी। स्कूल और कॉलेज में जब प्रोग्राम होता था तब उनके हिट्स गानों पर डांस करती थी। उसी दौरान मुझे एहसास होने लगा कि मुझे एक्टर बनना है। इसके अलावा ना तो मैंने कुछ सोचा और ना ही सोचने का समय मिला। कॉलेज के बाद ही मेरी एक्टिंग में शुरुआत हो गई थी, लेकिन उसके बाद एक्टिंग से थोड़े समय के लिए ब्रेक लेकर यूके से अपनी पढ़ाई पूरी की।
सवाल- आप मुंबई में पली बढ़ी हैं, फिर साउथ सिनेमा में एक्टिंग की शरुआत कैसे हुई?
जवाब- साउथ सिनेमा में मेरी शुरुआत बिस्कुट के एक ऐड से सूर्या के साथ हुई थी। उस ऐड के लिए मुंबई की एक एजेंसी ने कास्टिंग की थी। जिसे प्रियदर्शन सर ने डायरेक्ट की थी। उस समय सूर्या सर बहुत बड़े स्टार थे। उनके साथ बहुत ही अच्छा अनुभव रहा है। प्रिय दर्शन सर की मैं बहुत बड़ी प्रसंशक हूं, उनके साथ भी काम करना बहुत ही कंफर्टेबल रहा है। वह जमीन से जुड़े इंसान हैं। मेरे लिए बहुत गर्व की बात थी कि ऐसे एक्टर और डायरेक्टर के साथ काम करने का मौका मिला। इस ऐड के बाद साउथ की फिल्मों में मेरी की जर्नी शुरू हुई थी। अब तक 30 से ज्यादा साउथ की फिल्में कर चुकी हूं।
सवाल- पहली बार जब फैमिली को एक्टिंग प्रोफेशन के बारे में बताया तब उनका क्या रिएक्शन था?
जवाब- बचपन में किसी ने गंभीरता से नहीं लिया था। सबको लगा कि शौक है, इसलिए डांस कर रही है। उनको लग रहा था कि शायद बड़ा होकर कुछ और करेगी, लेकिन वो कभी चेंज ही नहीं हुआ। मैं खुद सरप्राइज हूं कि जो पैशन बचपन में शुरू हुआ था। अभी तक कम नहीं हुआ है।
सवाल- आपने ने एक्टिंग की ट्रेनिंग भी ली है?
जवाब- जी, मैंने अतुल मोंगिया और किशोर नामित कपूर सर से कुछ महीने एक्टिंग की ट्रेनिंग ली थी। इसके बाद कोविड के दौरान मैंने नया प्रोसेस अपनाया। मैंने लॉस एंजेलिस से ऑनलाइन एक्टिंग का कोर्स की। कोविड का समय मेरे लिए सीखने का समय था।
सवाल- पहली फिल्म ‘मद्रासी’ की शूटिंग के दौरान का कैसा माहौल था?
जवाब- पहले दिन की शूटिंग मुंबई में ही थी। उस समय मुझे तमिल बिल्कुल भी नहीं आती थी। हिंदी में डायलॉग लिखकर याद कर लेती थी। अभी तो तमिल मेरी मातृ भाषा जैसी हो गई है। तेलुगु भी बोल लेती हूं। ‘मद्रासी’ के बाद ‘मुनि’ रिलीज हुई थी। इस फिल्म को राघव लारेंस ने डायरेक्ट की थी। यह फिल्म मेरे करियर की टर्निंग पॉइंट फिल्म रही है। यह हॉरर कॉमेडी फिल्म थी। इसके बाद लारेंस सर ने कांचना, कांचना 2 और कांचना 3 बनाई। मुनि के बाद मैंने कांचना 3 में मैंने भी काम किया था। अब कांचना 4 बनने जा रही है। यह सारी फिल्में ‘मुनि’ की ही फ्रेंचाइजी हैं।
‘कांचना 3’ ‘मुनि’ की फ्रेंचाइजी हैं। अब ‘कांचना 4’ की तैयारी चल रही है।
सवाल- उस समय आपको लगा था कि इसकी फ्रेंचाइजी इतनी बड़ी हिट होगी?
जवाब- हॉरर कॉमेडी बहुत ही मजेदार जॉनर है। इसे फैमिली ओरिएंटेड जॉनर कह सकते हैं। इसे पूरी फैमिली के साथ बैठकर देखा जा सकता है। इसमें इतना भी ज्यादा हॉरर नहीं होता है कि फिल्म देखकर बच्चे डर जाएं। इसमें डर के साथ हंसी भी है। दोनों का बहुत ही मजेदार कॉम्बिनेश है। मुझे बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी कि इसकी फ्रेंचाइजी इतनी बड़ी हिट होगी। मुनि की फ्रेंचाइजी और चंद्रमुखी की सफलता के बाद साउथ में सब लोग हॉरर कॉमेडी फिल्में बनाने लगे। उसके बाद बॉलीवुड में भी इसका सिलसिला शुरू हो गया।
सवाल- आपकी तुलना कई बड़ी एक्ट्रेस से की जाती है, इस कॉम्प्लीमेंट को किस तरह से देखती हैं?
जवाब- बहुत अच्छा लगता है। श्रीदेवी मैम को मैंने हमेशा अपना आइडियल माना है। उनसे एक बार दुबई में मिली भी थी। उनके डांस, परफॉर्मेंस और ब्यूटी को बहुत पसंद करती हूं। आज हम उनको बहुत मिस करते हैं। उनकी जैसी इंडस्ट्री में बहुत कम लोग हैं। मेरे लिए यह बड़े गर्व की बात है कि लोग मेरी तुलना उनसे करते हैं, लेकिन मैं अपनी अलग पहचान बनाना चाहती हूं।
सवाल- किस तरह से इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाना चाहती हैं?
जवाब- मैं चाहती हूं कि लोग मुझे मेरी चुनौतीपूर्ण भूमिकाओं से जाने। मैंने अब तक कई चुनौतीपूर्ण भूमिकाएं निभाई है। मैंने बाला सर के डायरेक्शन में तमिल फिल्म ‘परदेसी’ की थी। मेरे करियर की यह बहुत बड़ी टर्निंग पॉइंट फिल्म थी। इस फिल्म को लेकर इतना एक्साइटेड थी कि शूटिंग के दौरान सो नहीं पाती थी। इस फिल्म में मेरा लुक बहुत ही अलग था। इस फिल्म के बाद मुझे परफॉर्मेंस ओरिएंटेड फिल्में मिलने लगी थीं।
फिल्म ‘द बॉडी’ में वेधिका कुमार ने इमरान हाशमी और ऋषि कपूर के साथ काम किया था।
सवाल- बॉलीवुड में आपकी एंट्री इमरान हशमी की फिल्म ‘द बॉडी’ से हुई। हिंदी सिनेमा में इतनी लेट एंट्री क्यों?
जवाब- मैं साउथ में बहुत बिजी थी, इसलिए यहां ज्यादा ध्यान नहीं दे पा रही थी। मुझे ऑफर्स भी मिले, लेकिन डेट्स प्रॉब्लम की वजह से नहीं कर पाई। कुछ फिल्में ऐसी थीं, जिसमें किरदार नहीं पसंद आया था। ‘द बॉडी’ का जब ऑफर मिला तो इस फिल्म को लेकर काफी एक्साइटेड थी। मेरा मानना है कि जब जो होना होता है, तभी होता है। अभी 2025 के लिए कुछ अच्छे प्रोजेक्ट्स के लिए बात चल रही है। कुछ अच्छा ही होगा।
सवाल- आप पांच भाषाओं में काम कर चुकी हैं, बैलेंस कैसे करती हैं?
जवाब- बैलेंस करना बहुत मुश्किल होता है, क्योंकि हर भाषा का अपना एक अलग सुर होता है। साउथ की फिल्मों के बाद जब ‘द बॉडी’ कर रही थी तब हिंदी बोलने में बहुत दिक्कत हो रही थी। जबकि हिंदी बचपन से बोलती आ रही हूं। अभी तो तमिल, तेलुगु, मलयालम और कन्नड़ सीख ली हूं।
‘कांचना 3’ की रिलीज के बाद पहली राजनीकांत से वेधिका कुमार मिली थीं
सवाल- करियर में अब तक का कोई खूबसूरत कॉम्प्लीमेंट, जो आपके दिल को छू लिया हो?
जवाब- ‘कांचना 3’ जब बहुत बडी हिट हुई थी तब राघव लॉरेंस सर के साथ रजनी सर (राजनीकांत) से मिलने गई थी। वो ऐसे सुपर स्टार हैं, जो दूसरों को सुपर स्टार जैसा फील करवाते हैं। रजनी सर ने मेरी फिल्म ‘शिवलिंगा’ तीन साल पहले देखी थी। उन्होंने फिल्म के एक-एक सीन के बारे में बताते हुए मेरे एक्टिंग की तारीफ की। मैं शॉक्ड हो गई थी। वह मेरे लिए बहुत भी इमोशनल मोमेंट था।
सवाल- कोविड के दौरान बॉलीवुड में कास्टिंग काउच और ड्रग्स को लेकर बातें उठ रही थीं। ऐसा कहा जाता था कि यहां बहुत गंदगी है। क्या कभी आपने इस तरह की चीजें फेस की हैं?
जवाब- मैंने तो ज्यादातर साउथ में काम किया है, वहां इस तरह की चीजें कभी फेस नहीं की है। हिंदी में तो सिर्फ एक ही फिल्म ‘द बॉडी’ में काम किया है। इस तरह की चीजें किसी भी इंडस्ट्री में हो सकती हैं। चूंकि फिल्म इंडस्ट्री के लोग लाइम लाइट में रहते हैं, इसलिए यह सब चीजें यहां हाई लाइट हो जाती हैं। लोग जितना बढ़ा चढ़ा कर पेश करते हैं, उतना नहीं होता है। किसी के साथ ऐसा हुआ भी होगा तो हम उसे नजरअंदाज नहीं कर सकते हैं।
सवाल- अभी हाल फिलहाल में साउथ फिल्म इंडस्ट्री में भी ऐसे बहुत सारे केस सामने आए हैं। आप का अनुभव कैसा रहा है?
जवाब- मेरे साथ कभी बुरा अनुभव नहीं हुआ है। ऐसा नहीं है कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री में सबलोग ऐसे ही हैं। मेरा मानना है कि कहीं भी अगर किसी के साथ ऐसा दुर्व्यवहार होता है तो इसके खिलाफ आवाज उठानी चाहिए। ऐसे लोग से दूर रहने की कोशिश करनी चाहिए। बुरे अनुभव कभी बोल कर नहीं आते हैं। यह कहीं भी हो सकता है।
सवाल- आपके लिए सबसे बड़ा स्ट्रगल और सक्सेस क्या है?
जवाब- सबसे बड़ा यह स्ट्रगल रहता है कि हर प्रोजेक्ट के साथ खुद को प्रूव करना पड़ता है। मेरे लिए सक्सेस यह है कि हर काम में अपना हंड्रेड परसेंट दूं। अगर मैंने हंड्रेड परसेंट दिया है तो सक्सेस पा लिया।
सवाल- इस समय का एम्बिशन क्या है?
जवाब- इस समय का सबसे बड़ा एम्बिशन यही है कि अच्छा काम करना है । 2025 में कुछ अच्छे प्रोजेक्ट्स हैं। उसे लेकर मैं बहुत खुश हूं। व्यक्तिगत रूप से अपने हेल्थ पर ध्यान रखना चाहूंगी।