सेंट्रल यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल और विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारी जदरांगल में परिसर के लिए चिह्नित भूमि का निरीक्षण करते हुए। फाइल फोटो
हिमाचल के धर्मशाला में सेंट्रल यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस का निर्माण केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी ना मिलने के चलते 15 साल से अटका पडा है। सेंट्रल यूनिवर्सिटी के धर्मशाला में नॉर्थ कैंपस निर्माण के लिए, जदरांगल में चिन्हित 57.10 हेक्टेयर वन भू
.
शिक्षा विभाग ने राशि को घटाने का दिया प्रस्ताव
उच्च शिक्षा विभाग ने इस राशि को घटाकर 10.50 करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव दिया है। विभाग ने पर्यावरण मंजूरी के लिए चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स को पत्र लिखकर 19.53 करोड़ रुपये की छूट देकर 10.50 करोड़ रुपये की राशि जमा करने की अनुमति मांगी है। इसके लेकर चीफ कंजर्वेटर ऑफ फॉरेस्ट्स से कोई पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। विभाग के द्वारा इस मामले को उच्चाधिकारियों के ध्यान में भी लाया गया है। लेकिन कोई हल नही मिल सका है।
जदरांगल में चिन्हित वन भूमि, जंहा पर पेड कटाई होनी है
510 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को 30 करोड़ ने अटकाया
सेंट्रल यूनिवर्सिटी निर्माण की स्वीकृति 20 जनवरी 2009 को मिली थी और इसके प्रस्तावित भवन निर्माण के लिए 400 करोड़ रुपये की राशि भी आबंटित की गई थी।लेकिन यूनिवर्सिटी के नॉर्थ कैंपस निर्माण केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय की मंजूरी के चलते फंस गया है। पेड़ों के कटान के एवज में 30.03 करोड़ रुपये जमा ना होने के चलते निर्माण रूका हुआ है। इस निर्माण के लिए भूमि हस्तांतरण को लेकर 2019 में आवेदन किया गया था।लेकिन पांच साल बाद भी पर्यावरण संबंधी मंजूरी मिलने के बावजूद भूमि हस्तांतरित नहीं हुई है।
मुख्यमंत्री के शीतकालीन प्रवास से उम्मीद
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू 15 जनवरी से शीतकालीन प्रवास पर धर्मशाला आ रहे है। स्थानीय लोगों को मुख्ययमंत्री से उम्मीद है क वह इस समस्या का समाधान करेंगे। ताकि बीच में अटका पड़ा कार्य शुरू हो जाये।