नालंदा में पेयजल आपूर्ति को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। पंचायती राज विभाग द्वारा चयनित 440 नए टोलों में हर घर तक नल का जल पहुंचाने की महत्वाकांक्षी योजना को कैबिनेट की मंजूरी मिल गई है। इस परियोजना से क्षेत्र की बड़ी आब
.
पीएचईडी के बिहारशरीफ प्रमंडल के अधिकारियों के अनुसार, 12 प्रखंडों में पंचायती राज विभाग से 346 नए टोलों और हिलसा अनुमंडल के आठ प्रखंडों के 104 नए टोलों में घर-घर पानी की आपूर्ति की जाएगी। प्रत्येक छोटे टोले में योजना पर 15 से 16 लाख रुपए का खर्च आएगा, जबकि बड़े टोलों में यह राशि 25 से 35 लाख रुपए तक हो सकती है।
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि 146 नए बसावटों में मार्च तक पानी पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। पीएचईडी द्वारा बिहारशरीफ प्रमंडल के 86 नए टोलों तथा हिलसा की 60 नयी बसावटों में बोरिंग का काम दिसंबर से ही प्रारंभ कर दिया गया है।
440 टोलों में घर-घर नल का पानी पहुंचाने की योजना।
एक महत्वपूर्ण तकनीकी पहलू यह है कि जिन टोलों में 70 घरों से कम आबादी है, वहां टंकी नहीं लगाई जाएगी। इन क्षेत्रों में स्टोरेज मोटर से डायरेक्ट पानी की आपूर्ति की जाएगी। वहीं, 70 से अधिक घरों वाले टोलों में 10 हजार लीटर क्षमता की टंकी स्थापित की जाएगी।
पीएचईडी इंजीनियर राघवेंद्र कुमार ने बताया कि “कैबिनेट से राशि का आवंटन मिल गया है। एजेंसी का चयन होते ही फरवरी से काम शुरू कर दिया जाएगा। इस योजना से क्षेत्र के निवासियों को जल संकट से पूर्ण राहत मिलेगी।”
योजना के तहत पाइप लाइन, मीटर और अन्य उपकरणों के रखरखाव की जिम्मेदारी पांच वर्षों तक चयनित एजेंसी की होगी। इस प्रकार यह योजना न केवल तत्काल जल आपूर्ति सुनिश्चित करेगी, बल्कि दीर्घकालिक रखरखाव की भी गारंटी देगी।