गया के गांधी मैदान में खादी और ग्रामोद्योग महोत्सव 2024-25 का आयोजन हुआ। उद्घाटन केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किया, लेकिन कार्यक्रम में एक विवाद हो गया। महोत्सव के पोस्टर में मांझी और पीएम नरेंद्र मोदी की तस्वीर दिखी पर सीएम नीतीश कुमार की नहीं।
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कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब आयोजन बिहार में हो रहा है तो प्रदेश के सीएम की तस्वीर होना स्वाभाविक है। कार्यकर्ताओं ने इसे अनदेखी बताया।
वहीं, जब मांझी से सवाल किया गया कि तेजस्वी ने कहा है नीतीश फेल हो गए हैं इसपर मांझी ने कहा कि तेजस्वी आका हैं, अल्लाह मियां हैं, जो वो कह दें हम मान लें। नीतीश कुमार का काम और अनुभव तेजस्वी की उम्र से ज्यादा है। नीतीश इतने कमजोर नहीं हैं। आने वाला विधानसभा चुनाव एनडीए नीतीश के नेतृत्व में जितने जा रही है।
महोत्सव के दौरान केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी।
खादी बोर्ड के सदस्य ने कहा, हमसे भूल हो गई है
जेडीयू जिलाध्यक्ष द्वारिका प्रसाद, जिला प्रवक्ता अवध बिहारी पटेल और अरविंद वर्मा ने नीतीश की तस्वीर पोस्टर में न होना अनदेखी करार दिया है। द्वारिका प्रसाद ने कहा कि मामले की शिकायत जब खादी बोर्ड के सदस्य मनोज सिंह से की तो उन्होंने कहा कि हमसे भूल हुई है। हमने इन चीजों को बारीकी से नहीं देखा। इसके लिए हम दुखी हैं।
खादी बनातीं महिला।
उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई
वहीं, दूसरी तरफ महोत्सव में खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई। विभिन्न राज्यों से आए स्टॉल ने रेशमी साड़ियां, खादी के कुर्ते और जैविक उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई। केंद्रीय मंत्री मांझी ने बताया कि बिहार के हाजीपुर में खादी के कच्चे माल के उत्पादन के लिए आधुनिक पूनी संयंत्र की उत्पादन क्षमता को 1 लाख किलो प्रति माह तक बढ़ाने की योजना है।
बोधगया में प्रस्तावित खादी अनुभव केंद्र का जिक्र भी किया।
उन्होंने कहा यहां आने वाले पर्यटक खुद खादी बनाकर देख सकेंगे। इससे खादी के प्रति जागरूकता बढ़ेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए रास्ते खुलेंगे।
महोत्सव में मंच साझा कर रहे नेताओं ने खादी और ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों की सराहना की, लेकिन मुख्यमंत्री की तस्वीर के विवाद ने थोड़ा मायूस किया।