महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया
फरीदाबाद सिविल अस्पताल में प्रसूता महिलाओं के स्वास्थ्य से खिलवाड़ का मामला सामने आया है। जच्चा-बच्चा वार्ड में भर्ती महिलाओं को खाने में सिर्फ ब्रेड दी जा रही है, जिस पर हरियाणा राज्य महिला आयोग ने गंभीर आपत्ति जताई है।
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महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि प्रसव के बाद महिलाओं को पौष्टिक और संतुलित आहार की विशेष आवश्यकता होती है। ऐसे में उन्हें सिर्फ ब्रेड देना उनके और नवजात शिशु के स्वास्थ्य के साथ समझौता है।
अस्पताल के प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर (पीएमओ) डॉ. विकास गोयल ने भी स्वीकार किया कि ब्रेड प्रसूताओं के लिए उपयुक्त भोजन नहीं है। उन्होंने बताया कि फिलहाल आटे की ब्रेड दी जा रही है, लेकिन जल्द ही एक कमेटी का गठन कर मीनू में बदलाव किया जाएगा।
बच्चे और मां की सेहत से जुड़ा मामला महिला आयोग की चेयरपर्सन ने सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली सुविधाओं की गुणवत्ता पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रसूताओं को मिलने वाला भोजन उच्च गुणवत्ता का होना चाहिए, क्योंकि यह मां और बच्चे सीधा दोनों के स्वास्थ्य से जुड़ा मामला है।
पीएमओ ने आश्वासन दिया है कि वे जल्द ही मीनू में आवश्यक बदलाव करेंगे और महिलाओं को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराएंगे। इस मामले में गठित होने वाली कमेटी प्रसूताओं के लिए एक नया संतुलित आहार चार्ट तैयार करेगी।