संभल की बावड़ी के मलबे को हटाने का काम शुरू।
संभल की बावड़ी की जद में आए मकान के मलबे को हटाने का काम 6 दिन के बाद शुरू हुआ है, इससे पहले बाबरी एवं मकान के अंदर काम पूरी तरह से तक था। मजदूरों ने मकान में पड़े तोड़फोड़ के मलबे को हटाया है वहीं सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस और पीएसी बल तैनात है। वही
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बावड़ी की जद में आए मकान के मलबे को हटाने का काम शूरू।
जनपद संभल की कोतवाली चंदौसी क्षेत्र के मौहल्ला लक्ष्मणगंज स्थित 150 साल पुरानी बावड़ी 21 दिसंबर 2024 को संपूर्ण समाधान दिवस में शिकायत होने के बाद अस्तित्व में आई है। 6 दिन के बाद आज सोमवार को मकान के अंदर तोड़फोड़ कर पड़े मलबे को हटाने के लिए मजदूरों को लगाया गया, हालांकि बावड़ी की खुदाई एवं उसके अंदर पड़े मलबे को हटाने का काम आज भी पूरी तरह से ठप रहा। चंदौसी के रहने वाले कौशल किशोर वंदे मातरम् ने बावड़ी की खुदाई को लेकर शिकायत की थी, जिला प्रशासन की देखरेख में बावड़ी को उसके अस्तित्व में लाने के लिए खुदाई का काम शुरू हुआ वहीं जिला प्रशासन के पत्र लिखने के बाद ASI की टीम ने कई बार इसका निरीक्षण किया।
पुलिस बल तैनात।
बावड़ी का दूसरा तल कमजोर होने की वजह से ASI ने काम को रुकवा दिया, वहीं बावड़ी की जद में गुलनाज बी पत्नी युसूफ सैफी का मकान आ गया, लगभग 10 फीट मकान का हिस्सा इसकी चपेट में आया है, बावड़ी की दूसरे कुएं का सिर मकान के अंदर दिखाई दिया और सुरंग मकान के अंदर पूरी तरह से फैली हुई है।
बारिश के खराब मौसम के चलते त्रिपाल-पन्नी से ढका गया है। डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने एसडीएम चंदौसी निधि पटेल एवं तहसीलदार धीरेंद्र सिंह के साथ बावड़ी का निरीक्षण किया था और नगर पालिका परिषद चंदौसी को बावड़ी को संरक्षित करने के निर्देश देते हुए टीन शेड बनाने के लिए कहा था, हालांकि अभी ऐसा हो तो वह कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। बावड़ी की ओर जाने वाले सभी रास्तों को ब्लॉक कर दिया गया है और सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस एवं पीएसी बल को तैनात किया गया है।