मधुबनी में भारत माला प्रोजेक्ट के तहत एक महत्वपूर्ण बायपास रोड का निर्माण कार्य मंगलवार को प्रारंभ हुआ। जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा और परियोजना निदेशक सुपौल मुकेश कुमार ने मिथिला चित्रकला संस्थान में आयोजित कार्यक्रम में दीप प्रज्वलित कर इसका शुभार
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महत्वाकांक्षी परियोजना में चार प्रमुख खंड शामिल हैं। पहला खंड उमगांव से कलुआही (NH-227L) तक, दूसरा खंड साहरघाट-रहिका (NH-227J) जो नेपाल सीमा से मधुबनी शहर को उच्चैठ धाम से जोड़ेगा। तीसरा खंड मधुबनी बायपास (NH-527A) है, जो रहिका से रामपट्टी तक का निर्माण करेगा और चौथा खंड विदेश्वर स्थान से भेजा (NH-527A) तक है, जो एनएच-27 को नए कोशी महासेतु से जोड़ेगा।
मधुबनी और दरभंगा का सीधा संपर्क होगा स्थापित
मेसर्स माई राम प्यारी देवी हाईवेज प्राइवेट लिमिटेड की ओर से क्रियान्वित की जा रही इस परियोजना से मधुबनी और दरभंगा का सीधा संपर्क सुपौल और सहरसा (महिषी धाम) से स्थापित होगा। यह मार्ग न केवल अंतर्राष्ट्रीय व्यापार को बढ़ावा देगा, बल्कि पर्यटन और सामरिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
जिलाधिकारी ने कार्यस्थल का निरीक्षण कर एनएचएआई के अधिकारियों को गुणवत्तापूर्ण और तेज गति से काम पूरा करने का निर्देश दिया है। साथ ही हर शुक्रवार को प्रगति की समीक्षा का निर्णय लिया गया है।
ठंड को लेकर जिलाधिकारी ने स्कूल को किया बंद
मधुबनी में बढ़ती ठंड और शीतलहर के प्रतिकूल प्रभाव को देखते हुए जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने फैसला लिया है। उन्होंने जिले के सभी निजी और सरकारी स्कूलों में कक्षा 8 तक की पढ़ाई 25 जनवरी तक स्थगित कर दी है। इसमें प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र भी शामिल हैं।
कक्षा 8 से ऊपर की कक्षाएं सुबह 9:30 से दोपहर 3:30 बजे तक सावधानीपूर्वक संचालित की जाएंगी। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि यह आदेश 23 से 25 जनवरी 2025 तक प्रभावी रहेगा। परीक्षा की तैयारी के लिए चलने वाली विशेष कक्षाएं इस आदेश से मुक्त रहेंगी।
सभी सरकारी विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारियों को स्कूल अवधि के दौरान स्कूल में उपस्थित रहना होगा। वे इस दौरान स्कूल और विभाग से जुड़े अन्य कार्यों का निष्पादन करेंगे। सभी स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिया गया है कि वे इस आदेश के अनुसार अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को पुनर्निर्धारित करें।