कोटकपुरा के अंबेडकर पार्क में बहस करते बीजेपी व दलित संगठनों के वर्कर
पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा के डॉ. अंबेडकर पार्क में अमृतसर की घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे बीजेपी वर्करों का दलित संगठनों के साथ विवाद खड़ा हो गया। संगठनों के वर्करों ने बीजेपी को पार्क में प्रदर्शन करने से रोकते हुए अमृतसर की घटना स
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कोटकपुरा के अंबेडकर पार्क में बहस करते बीजेपी व दलित संगठनों के वर्कर
जानकारी के मुताबिक अमृतसर में गणतंत्र दिवस पर डॉ.अंबेडकर की मूर्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश के मामले के खिलाफ बीजेपी ने कोटकपूरा के डॉ. अंबेडकर पार्क में विरोध प्रदर्शन करना था। बीजेपी नेताओं व वर्करों का काफिला पार्क में पहुंचा, जहां पर डॉ. बीआर अंबेडकर एजुकेशनल एंड सोशल वेलफेयर सोसाइटी के नेतृत्व में जुटे दलित संगठनों के कार्यकर्ताओं ने बीजेपी कार्यकर्ताओं का विरोध किया।

कोटकपुरा में अंबेडकर पार्क के बाहर धरना देते बीजेपी वर्कर
उन्होंने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्री अमित शाह ने पिछले दिनों संसद में डॉ. अंबेडकर के खिलाफ गलत शब्दों का प्रयोग किया था, जिसके लिए भाजपा कार्यकर्ताओं को पहले अमित शाह की निंदा करनी चाहिए।
पार्क में रोके जाने के बाद बीजेपी वर्करों ने पार्क के बाहर ही धरना देकर प्रदर्शन किया और पार्क में दलित संगठनों ने बीजेपी के खिलाफ नारे लगाए। इस विवाद की सूचना पाकर थाना सिटी पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया।

कोटकपूरा के अंबेडकर पार्क में नारेबाजी करते दलित संगठनों के कार्यकर्ता
इस मौके पर बात करते हुए बीजेपी नेता मास्टर हरबंस लाल शर्मा व जसपाल सिंह पंजगराईं ने कहा कि वह अमृतसर की घटना के विरोध में पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने डॉ. अंबेडकर पार्क पहुंचे थे, जहां उन्हें सत्ताधारी आम आदमी पार्टी से जुड़े नेताओं ने रोक दिया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी ने ही सही मायने में डॉ अंबेडकर को सम्मान दिया है और भारत रत्न से भी नवाजा है। उधर दलित संगठन के नरिंदर राठौर ने कहा कि बीजेपी वर्कर विरोध करने नहीं बल्कि अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने आए थे जिसके चलते उनका विरोध किया गया है।