पूर्णिया में गणेश उत्सव की धूम है। हर तरफ गणपति बप्पा मोरया की गूंज है। शनिवार रात भव्य पूजा-अर्चना के बीच गुलाबबाग के राजा ने भक्तों को दर्शन दिए। पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव गुलाबबाग के राजा के पूजा उत्सव में शामिल होने पहुंचे।
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भुवनेश्वर के प्राचीन मंदिर की थीम पर डेवलप किए गए पूजा पंडाल का उद्घाटन किया और गुलाबबाग के राजा के दिव्य रूप के दर्शन किए। इस दौरान उनके साथ स्थानीय मेयर और कई दूसरे जनप्रतिनिधि शामिल रहे। गुलाबबाग के राजा की एक झलक पाने को भक्तों की भीड़ उमड़ी रही। पट खुलते ही गुलाबबाग मेला ग्राउंड में भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा।
फीता काटकर सांसद पप्पू यादव ने गणेश उत्सव पूजा पंडाल का उद्घाटन किया।
एलईडी बल्ब के आकर्षक गेट बनाए गए हैं
इस साल महागणपति दरबार को भुवनेश्वर के प्राचीन मंदिर का स्वरूप दिया गया है, जिसकी खूबसूरती और भव्यता देखते ही बन रही है। पंडाल के साथ सेल्फी और फोटो लेने के लिए यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के बीच होड़ मची है। पूजन पंडाल और मेला ग्राउंड तक पहुंचने के लिए एलईडी बल्ब के आकर्षक गेट बनाए गए हैं।

निर्दलीय सांसद पप्पू यादव गुलाबबाग के राजा के दर्शन करने पहुंचे।
गुलाबबाग मार्केट एरिया को सजाया
गुलाबबाग के राजा के आगमन को लेकर पूरे गुलाबबाग मार्केट एरिया को सजाया गया है। रंग-बिरंगे झालरों, मन मोहक लाइट से सड़कों को सजाया गया है। गुलाबबाग मेला याद में बने पूजा पंडाल की भव्यता देखते ही बन रही है। 10 दिनों तक गुलाबबाग में आस्था और भक्ति का सैलाब उमड़ेगा। बप्पा के दर्शन करने पहुंचने वाले लोग मेला का लुत्फ भी ले पाएंगे। युवाओं की टोली सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश करेंगे। उत्सव के आखिरी दिन मटका फोड़ कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।
गणेश उत्सव की कुछ ऐसी ही तस्वीर मधुबनी बाजार और जलालगढ़ से सामने आई। जहां बप्पा के दर्शन के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ा रहा। गणपति बप्पा मोरया, मोरया रे बप्पा मोरया रे की गूंज से पूजा पंडाल गूंजता रहा।

भुवनेश्वर के प्राचीन मंदिर के तर्ज पर बना गुलाबबाग पूजा पंडाल।
गुलाबबाग में गणपति महोत्सव का आगाज कारगिज युद्ध के बाद
पप्पू यादव ने कहा कि गुलाबबाग में गणपति महोत्सव का आगाज कारगिल युद्ध में भारतीय सैनिकों के विजय के बाद हुआ था। उस समय से यहां हर साल महोत्सव का आयोजन होता आ रहा है। भगवान गणेश मानव जीवन के निर्माण और कल्याण के पहलू हैं।
वहीं, पंडित संजय झा, पंचानंद झा और पुजारी नितेश मिश्र ने कहा कि गरीबों के कल्याण और मानव जीवन के संकट को दूर करने वाले गणपति हैं। ऐसे में यहां न केवल कोसी और सीमांचल बल्कि नेपाल और बंगाल से भी बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं। गुलाबबाग के घरों में दूर दराज से मेहमान भी इस मौके पर आते हैं और दस दिनों तक चलने वाले गणपति महोत्सव का आनंद उठाते हैं।

पट खुलने के बाद गुलाबबाग के राजा के दर्शन करते लोग।