हजारीबाग के कनसार में एक साथ निकली तीन अर्थी।
सड़क हादसे के शिकार हजारीबाग निवासी 7 लोगों के शव का शनिवार को अलग-अलग समय पर अंतिम संस्कार किया गया। इसमें से कटकमसांडी प्रखंड के पिता-पुत्र की अर्थी एक साथ उठी। कुछ देर बाद पड़ोसी मतिया देवी का शव भी निकाला गया। तीनों शव एक साथ श्मशान घाट लाए गए।
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वहीं, बाकी हजारीबाग के नवादा निवासी मृतकों के शव का अंतिम संस्कार भी कर दिया गया। सभी कुंभ स्नान से लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी गाड़ी 20 फरवरी को जौनपुर (यूपी) में दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। गाड़ी में हजारीबाग के 10 लोग सवार थे, जिनमें से 7 की मौत हो गई। जबकि तीन का इलाज चल रहा है।
मृतकों के घर पर जुटी लोगों की भीड़।
मृतकों में कनसार के रंजीत यादव, आयुष यादव और मतिया देवी और नवादा की केसिया देवी, बढ़कागांव की बेबी देवी, सिलवार के पवन यादव और सलगांवा के चालक नितीश राणा शामिल हैं। सभी लोग 16 फरवरी को कुंभ स्नान के लिए हजारीबाग से प्रयागराज रवाना हुए थे।