धनबाद उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा ने कहा कि महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना चाहिए, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़े और वे किसी पर निर्भर न रहें। उन्होंने जोर देकर कहा कि पुरुषों और महिलाओं को अपनी प्रतिभा निखारने का समान अवसर मिलना चाहिए।वे श्री श्री लक्ष्मी नारायण ट्रस्ट (एसएसएलएनटी) महिला महाविद्यालय में आयोजित बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पीसी एंड पीएनडीटी उन्मुखीकरण कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि बोल रही थीं। इस दौरान उन्होंने बी.एड. छात्राओं से अनुरोध किया कि वे समाज की हर लड़की को इस संदेश से जागरूक करें और लैंगिक समानता के महत्व को समझें।
भ्रूण जांच और लिंग निर्धारण दंडनीय अपराध – उपायुक्तकार्यशाला के दौरान उपायुक्त सुश्री माधवी मिश्रा ने पीसी एंड पीएनडीटी (पूर्व जन्म और प्रसव पूर्व निदान तकनीक) पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भ्रूण जांच और लिंग निर्धारण कानूनन अपराध है। उन्होंने इसके नैतिक, तकनीकी और कानूनी पहलुओं पर भी विचार साझा किए और छात्राओं से इस विषय को गंभीरता से समझने और समाज में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया।
कार्यशाला में प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति-
इस कार्यशाला को जिला परिषद की माननीय अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ. चंद्र भानु प्रतापन, कार्यपालक दंडाधिकारी श्री रविंद्र ठाकुर, डॉ. विकास राणा, श्रीमती पूजा रत्नाकर और श्रीमती निता सिन्हा उपस्थित रहे। कार्यशाला में कॉलेज की 150 से अधिक बी.एड. छात्राओं ने भाग लिया।
कार्यशाला के दौरान छात्राओं ने महिला सशक्तिकरण, शिक्षा और लैंगिक समानता से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की और उपायुक्त के संदेश को आत्मसात करने का संकल्प लिया।