महाकुंभ में 65 करोड़ श्रद्धालुओं की भीड़, ऐसे में चोर उचक्कों ने भी भीड़ का फायदा उठाने की कोशिश की। एक महिला अकेले ही महाकुंभ में श्रद्धालुओं के 32 मोबाइल चोरी कर ली। वह बैग में मोबाइल भर मेला से बाहर जाने लगी तो फंस गई। एक होमगार्ड को शक हुआ। उसने मह
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मामला पुलिस अधिकारियों तक पहुंचा और मोबाइल जिनके थे उन्हें लौटाए गए। महिला की तलाश की जा रही है। महाकुंभ के आखिरी दिन बुधवार को जीटी जवाहर झूंसी पर यातायात व्यवस्था के लिए होमगार्ड मस्तराम दुबे को लगाया गया था । वे श्रावस्ती के रहने वाले हैं। अचानक ड्यूटी के दौरान एक संदिग्ध महिला दिखाई दी। उसके पास एक छोटा सा बैग था। बैग काफी भारी लगने पर होमगार्ड को शक हुआ। उसने महिला को रोका तो वह हड़बड़ा गई और बैग वहीं छोड़कर भीड़ में घुसते हुए भागने लगी। बैग की तलाशी ली गई तो उसमें 32 मोबाइल फोन मिले। होमगार्ड मस्त राम दुबे ने क्षेत्राधिकारी यातायात जैनेंद्र नाथ अस्थाना को सूचना दी। क्षेत्राधिकारी यातायात के दिशा-निर्देशों पर 32 अदद मोबाइल फोन को साइबर थाना महाकुम्भ के सुपुर्द किया गया।
थाना साइबर सेल महाकुम्भ ने श्रद्धालुओं, स्नानार्थियों के खोए हुए फोन की जानकारी एकत्रित करके तत्काल संबंधित मोबाइल फोन के परिजनों को सूचना दी। पांच परिवार तत्काल मोबाइल लेने पहुंच गए। जबकि कई लोगों को मोबाइल बाद में दिया जाएगा। चोरी हुए मोबाइल पाकर परिवार के लोग खुश हो गए।
पुलिस उप महानिरीक्षक वैभव कृष्ण ने होमगार्ड मस्तराम दुबे की प्रशंसा करते हुए प्रशस्ति पत्र एवं नगद पुरस्कार दिया।
इन लोगों को मिला मोबाइल
1- पिंकी यादव पुत्री कमलेश यादव निवासी खेमराजपुर थाना घोसी जनपद मऊ
2- चांदनी पत्नी मृत्युंजय कुमार निवासी राजनगर थाना राज नगर जनपद मधुबनी बिहार
3- निर्मला पत्नी विश्वसरैया निवासी श्रीनगर मैसूर कर्नाटक
4- पुष्कर त्यागी पुत्र रमेश चंद्र त्यागी निवासी जयनाखास जनपद अमरोहा
5- दीपा धवन पत्नी राजेश धवन निवासी दिल्ली ने अपना-अपना फोन प्राप्त किया |