साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
हरियाणा के जींद में एक युवक के साथ 5 लाख 71 हजार रुपए का साइबर फ्रॉड हो गया। उसके पस मैसेंजर से एक युवती का मैसेज आया और उसने खुद को डॉक्टर बताते हुए भारत आने की बात कही। इसके बाद एयर टिकट, भारतीय करंसी चेंज करवाने, मनी लांड्रिंग का सर्टिफिकेट बनवाने
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पुलिस को दी शिकायत में जींद के सुंदरपुर गांव निवासी रविंद्र ने बताया कि वह खेती बाड़ी का काम करता है। उसके पास फेसबुक मैसेंजर पर 25 फरवरी को एक लड़की का मैसेज आया। उसने बताया कि वह यूनाइटेड किंगडम (UK) में डैंटल सर्जन है और उसका नाम डा. अस्टीन जाने है। वह भारत आना चाहती है और उससे मिलना चाहती है।
रविंद्र ने कहा कि आ जाओ तो फिर उसके साथ व्हाट्सएप नंबर शेयर कर दिया। दोनों की व्हाट्सएप के माध्यम से बातचीत होने लगी। तीन मार्च को डा. अस्टीन ने एयर टिकट भेजी और बताया कि उसका वीकेंड हो गया है और वह मुंबई आ आ रही है।
करंसी चेंज करवाने के नाम पर ट्रांसफर करवाए रुपये
उसी दिन शाम को उसके पास अज्ञात नंबर से फोन आया और उन्होंने बताया कि डा. अस्टीन एयरपोर्ट पर है, उसके पास भारतीय करंसी नहीं है। उसके पास चेक है, उसकी मदद कर दे।उसने विश्वास कर लिया और आरोपियों के बताए फोन पे अकाउंट में 41 हजार 500 रुपए और 50 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद फिर से आरोपियों का फोन आया और कहा कि कुछ और रुपयों की जरूरत है।
इसके बाद उससे 15 हजार एक बार, चार हजार दूसरी बार और 24 हजार 500 तीसरी बार ट्रांसफर करवाए। 5 मार्च को फिर आरोपियों का फोन आया और कहा कि विदेशी चेक क्लीयर होने के लिए फीस लगेगी, इसलिए 98 हजार रुपए और ट्रांसफर करवा लिए।
मनी लांड्रिंग का सर्टिफिकेट बनवाने का दिया झांसा
छह मार्च को फिर आरोपियों का फोन आया और कहा कि मनी लांड्रिंग का सर्टिफिकेट बनवाने के लिए 84 हजार रुपए फीस लगेगी। उसने 84 हजार रुपए एक बार, 14 हजार दूसरी बार डाले। फिर दो बार 24500 रुपए, 18500 और 2500 रुपए किसी न किसी बहाने से आरोपियों ने ट्रांसफर करवा लिए।
सात मार्च को फिर से फोन आया और कह कि बैंक से ई-मेल आई हुई है, आपका चेक क्लीयर हो गया है, पहले 2 लाख 95 हजार रुपए टैक्स पेय कर दो। उसने यकीन करते हुए 80 हजार रुपए और 90 हजार रुपए दो बार में ट्रांसफर कर दिए।
इतनी ट्रांजक्शन देख बैंक की तरफ से एक कॉल आया और बैंक वालों ने बताया कि वह साइबर फ्रॉड का शिकार हो रहा है। जब तक उसे पता चला, तब तक 5 लाख 71 हजार रुपये ट्रांसफर कर चुका था। इसके बाद साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करवाई गई। साइबर थाना पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया।