दिसंबर महीने में पहली बार नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर प्लेन ने लैंड किया था।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) से विमानों का उड़ान शुरू होने में अभी इंतजार करना होगा। पहले अप्रैल 2025 में विमानों का परिचालन शुरू होने की उम्मीद थी, लेकिन अब नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा निर्माण कार्यों में देरी के कारण एयरोड्रम लाइसेंस
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मई में सिर्फ घरेलू उड़ान, लगी फटकार मई में केवल घरेलू विमानों का परिचालन संभव होगा, जबकि अंतरराष्ट्रीय विमानों के उड़ान शुरू होने की संभावना जुलाई तक हो सकती है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के अधिकारियों ने मंगलवार को इस संबंध में एक बयान जारी कर इसकी पुष्टि की है।
इसी बीच, सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में एयरपोर्ट के निर्माण कार्य और संचालन को लेकर संबंधित विभागों की बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने एयरपोर्ट निर्माण कार्य में हो रही देरी पर नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों की जमकर फटकार भी लगाई।
हाल ही में मुख्य सचिव ने किया था एयरपोर्ट का निरीक्षण
निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों से यह स्पष्ट कहा कि एयरपोर्ट निर्माण कार्य को निर्धारित समय सीमा में पूरा किया जाए, ताकि नागरिकों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
हालांकि, नोएडा एयरपोर्ट से जुड़े अधिकारियों ने अब तक इस मुद्दे पर कोई भी बयान देने से बचने की कोशिश की है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पूरी तरह से तैयार होने पर यह क्षेत्र एक प्रमुख एयर ट्रैवल हब के रूप में विकसित होगा, जो न केवल उत्तर भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय यातायात को भी आकर्षित करेगा।
रोजाना 10 लाख रुपए जुर्माना का प्रावधान नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से एयर संचालन पहले 30 सितंबर 2024 से शुरू कर विकासकर्ता कंपनी ज्यूरिख एयरपोर्ट एजी के साथ नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड के साथ समझौता हुआ था।
31 दिसंबर 2024 तक का अतिरिक्त समय दिया गया था। शर्तों के तहत 31 दिसंबर 2024 तक संचालन न शुरू न करने पर दस लाख प्रतिदिन के हिसाब से जुर्माना लगाने का प्रावधान था।
इसके बाद भी एयरपोर्ट का संचालन दिसंबर तक नहीं हो पाया और उसे 17 अप्रैल 2025 तक उड़ान शुरू करने का समय दिया गया। अप्रैल से तीन अंतरराष्ट्रीय, 25 घरेलू विमान और दो कार्गो विमानों का उड़ान शुरू होना था। उससे पहले एयर संचालन को लेकर विकासकर्ता कंपनी से सारी प्रक्रिया पूरी करनी थी।

एयरपोर्ट अधिकारियों के साथ बैठक करते मुख्य सचिव।
अधिकारियों के दौरे में एयरपोर्ट का निर्माण कार्य मिला था अधूरा पांच मार्च को जेवर, एयरपोर्ट साइट पर डीजीसीए, एएआई, बीकस, यापल व टाटा प्रोजेक्ट समेत एयरपोर्ट साइट से जुड़े विभिन्न संस्थानों के अधिकारी गणों की बैठक आयोजित हुई। बैठक में अफसरों ने एयरपोर्ट पर अबतक हुए कार्यों का अवलोकन किया।
इस दौरान अफसरों ने रनवे की मार्किंग, लाइटिंग, एटीसी टॉवर, परिसर में बिजली, पानी, सौर ऊर्जा के साधन, वॉच टॉवर, वाइल्ड लाइफ सिस्टम समेत अन्य उपकरणों का जायजा लिया और रिपोर्ट तैयार की। इस दौरान अफसरों को टर्मिनल बिल्डिंग का कार्य पूरा नहीं मिला।
लाइसेंस मिलने के बाद सिर्फ घरेलू उड़ान टर्मिनल का दो फेज में काम चल रहा है, अप्रैल से घरेलू उड़ान के यात्रियों का फेज तैयार होने का दावा किया गया है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय विमान सेवा के फेज में यात्रियों के लिए अभी सुविधाएं सुदृढ़ नहीं हो सकी है, जिस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने सोमवार नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए), एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई), नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीकस), यापल, नायल व टाटा प्रोजेक्ट के अधिकारियों के साथ बैठक की।
मंगलवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तरफ से बयान जारी किया गया कि मई तक एयरोड्रम लाइसेंस मिलने की उम्मीद है। उसके बाद सिर्फ घरेलू विमानों का उड़ान शुरू हो पाएगा।