केंद्रीय प्रशासनिक अधिकरण (CAT) ने हरिंदर सिंह सेखों की याचिका को खारिज कर दिया। उसने खुद को इंस्पेक्टर से सब-इंस्पेक्टर बनाए जाने के फैसले को चुनौती दी थी। CAT की डिवीजन बेंच ने कहा कि याचिका समय से पहले दायर की गई है। याचिकाकर्ता की अपील अभी अधिका
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SSP के फैसले को चुनौती
हरिंदर सेखों को दिसंबर में विभागीय जांच के बाद इंस्पेक्टर से सब-इंस्पेक्टर बना दिया गया था। उस पर भ्रष्टाचार के एक मामले में संलिप्तता का आरोप था। उसने चंडीगढ़ CAT बेंच में SSP के फैसले को चुनौती दी थी। चंडीगढ़ प्रशासन के वरिष्ठ स्थायी वकील ने दलील दी कि याचिकाकर्ता ने जांच प्रक्रिया में भाग लिया था। जांच रिपोर्ट के बाद ही अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पुलिस विभाग की और से सजा सुनाई।
उन्होंने कहा कि याचिकाकर्ता ने अभी उपलब्ध सभी कानूनी विकल्पों का उपयोग नहीं किया है। अपील लंबित है और आदेश की दोबारा जांच करने का भी विकल्प मौजूद है। इसलिए यह याचिका समय से पहले दायर की गई है।
हरिंदर सेखों।
वर्ल्ड गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीते
हरिंदर सेखों के वकील ने CAT में दलील दी कि उसने वर्ल्ड गेम्स में 2 गोल्ड मेडल जीते हैं। वह 3 बार मिस्टर ओलंपिया का खिताब जीत चुका है। उसने चंडीगढ़ पुलिस का नाम रोशन किया है। उसने यह भी कहा कि विभागीय कार्रवाई से लेकर पदावनत करने तक के फैसले नियुक्ति प्राधिकरण से निचले स्तर के अधिकारियों ने लिए। यह पंजाब पुलिस नियमों के खिलाफ है। इस संबंध में उसने सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के कई आदेशों का हवाला दिया।