धनबाद, 12 मार्च 2025 – पंचायतों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से बुधवार को न्यू टाउन हॉल, धनबाद में झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा जिला स्तरीय मुखिया सम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त (डीडीसी) श्री सादात अनवर ने मुखियाओं से अपील की कि वे अपने क्षेत्र के हर बच्चे को स्कूल भेजने का संकल्प लें और इसे सुनिश्चित करने में सक्रिय भूमिका निभाएं।डीडीसी ने कहा कि शिक्षा किसी भी समाज के विकास का आधार है और पंचायत स्तर पर जनप्रतिनिधियों की सहभागिता से ही इसे मजबूती मिल सकती है। उन्होंने सुझाव दिया कि मुखियाओं को नियमित रूप से विद्यालयों का भ्रमण कर वहां की कमियों को दूर करने का प्रयास करना चाहिए और स्कूल छोड़ चुके (ड्रॉपआउट) बच्चों को पुनः शिक्षा से जोड़ने के लिए उनके माता-पिता से संवाद करना चाहिए।
बच्चियों की शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की अपील
इस अवसर पर जिला परिषद अध्यक्ष श्रीमती शारदा सिंह ने कहा कि आठवीं कक्षा के बाद कई गांवों की बच्चियां स्कूल नहीं जाती हैं, जो चिंता का विषय है। मुखियाओं को ऐसी बच्चियों के माता-पिता से मिलकर समस्या को समझना और उसका समाधान निकालना चाहिए।
शिक्षा व्यवस्था में जनप्रतिनिधियों की अहम भूमिका
जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) श्री अभिषेक झा ने शिक्षा में जनप्रतिनिधियों की भागीदारी को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि त्योहारों के दौरान तिथि भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए। जिला शिक्षा अधीक्षक (DSE) श्री आयुष कुमार ने नव साक्षरता कार्यक्रम और जन चेतना केंद्रों पर विस्तार से चर्चा की।
उत्कृष्ट कार्य करने वाले मुखियाओं को किया गया सम्मानित
सम्मेलन में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न पंचायतों के मुखियाओं को मोमेंटो, प्रशस्ति पत्र और शॉल देकर सम्मानित किया गया।कार्यक्रम का शुभारंभ उप विकास आयुक्त और जिला परिषद अध्यक्ष सहित अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इस अवसर पर जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती अनीता कुजूर, जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री मुकेश कुमार बाउरी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी श्री सुनील कुमार सिंह सहित धनबाद, टुंडी, गोविंदपुर, बाघमारा, निरसा और अन्य प्रखंडों के विकास पदाधिकारी, शिक्षा पदाधिकारी एवं पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।