Thursday, March 13, 2025
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अभ्युदय के पिता बोले- बेटा खुश था, पत्नी निर्दोष: हमें फंसाया जा रहा; आरोप- बिंदी-कपड़ों के लिए टोकने पर मां ने बच्चे को मार डाला था – Guna News


पुलिस का कहना है कि आरोपी महिला अभी जेल में है। विवेचना हो रही है।

गुना में 15 साल के बच्चे अभ्युदय की हत्या के आरोप में उसकी मां जेल में है। बच्चा बिंदी और कपड़ों के लिए टोकता था। इसलिए मां ने उसकी गला घोंटकर हत्या कर दी थी। इसके बाद हत्या को आत्महत्या का रूप दे दिया। पुलिस ने जांच और मौके पर मिले सबूतों के आधार पर

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इस मामले में अभ्युदय के पिता अनुपम जैन अब तक की जांच से संतुष्ट नहीं हैं। वे प्राइवेट बैंक में ऑडिटर है। उनका कहना है कि मेरा बेटा उस दिन खुश था। पत्नी निर्दोष है। पुलिस ने सच्चाई सामने लाने की जगह हमें ही फंसा दिया। जिसने बच्चे को इतने लाड़-प्यार से पाला, उसी मां को आरोपी बनाकर जेल में डाल दिया गया।

बता दें कि 14 फरवरी को चौधरन कॉलोनी में अभ्युदय घर के बाथरूम में अचेत पड़ा मिला था। वह एक निजी स्कूल में 8वीं का स्टूडेंट था।

दैनिक भास्कर ने बच्चे के पिता से पूरे मामले को लेकर बात की। पढ़िए रिपोर्ट

बच्चे की मां ने ये सुनाई थी कहानी मां अलका के मुताबिक, 14 फरवरी का दिन। अभ्युदय के एग्जाम चल रहे थे, इसलिए वह घर पर ही पढ़ाई कर रहा था। शाम 7 बजे के आसपास जब मैं लौटीं, तो घर का दरवाजा बंद था।

मैंने कई बार डोर बेल बजाई, लेकिन दरवाजा नहीं खुला। इसके बाद मैंने मकान मालिक से दूसरी चाबी लेकर घर का दरवाजा खोला। मैं ऊपर अपने कमरे में गईं, तो बेटा अभ्युदय बदहवास हालत में पड़ा हुआ था। उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। उसके पैर भी बंधे हुए थे। मैंने मकान मालिक और पड़ोसियों को बुलाया।

हम सभी लोग उसे लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। बच्चे के गले पर निशान थे। वहीं उसके गले पर दुपट्टा भी कसा हुआ था। जिला अस्पताल में तीन डॉक्टरों के पैनल ने उसका पीएम किया था।

परिवार अक्सर साथ छुट्टियां मनाने जाता था।

परिवार अक्सर साथ छुट्टियां मनाने जाता था।

14 फरवरी को आखिर हुआ क्या, पिता ने बताया पेशे से ऑडिटर अनुपम जैन ने बताया कि “मैं घटना वाले दिन भोपाल ब्रांच में था। वहां ऑडिट कर रहा था। शाम को अचानक ही मेरे पास घर से फोन आता है कि मेरा बेटा गेट नहीं खोल रहा है। दिन में मेरी पत्नी और बच्चे से भी बात हुई थी, तब सब कुछ नॉर्मल था। शाम को अचानक वाइफ का कॉल आया कि बच्चा गेट नहीं खोल रहा, तो मैंने कहा ठीक है, वो पढ़ाई कर रहा होगा या सो रहा होगा।

थोड़ी देर इंतजार कर लीजिए, फिर खोल देगा। थोड़ी देर इंतजार किया। नीचे से आवाज दी, ऊपर से आवाज दी। जब गेट नहीं खुला तो पत्नी का फिर कॉल आया। इसके बाद हमने हमारे मकान मालिक और पारिवारिक मित्र को कॉल किया। उन्होंने कहा कि हम खुलवाते हैं गेट को, कुछ करते हैं। वो भी आ गए। उन्होंने दूसरी चाबी ढूंढी। दूसरी चाबी मिल गई, फिर उन्होंने गेट खुलवाया। गेट खोलकर सब अंदर गए, तो देखा कि बच्चा तो बदहवास अवस्था में पड़ा हुआ था।

मेरी पत्नी कॉल पर ही थी। इतने में ही पत्नी का फोन गिर गया। चिल्लाने की आवाज आने लगी। सभी लोग बच्चे को तत्काल निजी अस्पताल लेकर गए। वहां से डॉक्टरों ने रेफर कर दिया कि जिला अस्पताल ले जाओ। वहां जाकर उन्होंने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। उस दिन मेरी पत्नी से कई बार बात हुई थी। बच्चे के एडमिशन को लेकर बात हुई। बच्चे ने एक बार बात की, पूछा कि पापा कब आएंगे। बच्चा खुश था, कोई दिक्कत नहीं थी।”

अपनी मां के साथ अभ्युदय। मां ने बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी है।

अपनी मां के साथ अभ्युदय। मां ने बेटे की गला घोंटकर हत्या कर दी है।

आरोप- पुलिस ने हमसे ही सबूत रखवाए अनुपम जैन ने बताया कि घटना के बाद रात को 9:57 पर मर्ग कायम हो गया था। तब तक पुलिस घर नहीं आई थी। अगले दिन हमने ही पुलिस से घर आने का निवेदन किया, तब पुलिस घर आई। फिर उन्होंने क्राइम सीन देखा। एविडेंस इकट्ठे किए। वो भी हमसे ही रखवाए पॉलीथिन में। वहां एक चाकू था, वो हमारे पिताजी से उठवा लिया। कुछ चीजें पांच दिन बाद जब्त की, कुछ दस दिन बाद।

हमारे सामने दो खुले प्लॉट हैं। हमने निवेदन किया कि उधर के कैमरे जरूर देख लें। वहां से भी कोई घटना करने आ सकता है। पुलिस ने एक ही जगह की कैमरा रिकॉर्डिंग देखी है। मैंने निवेदन भी किया कि पीछे छत से कोई कूदकर आ सकता है, पीछे की गली से कोई भाग सकता है। वहां के भी कैमरे पुलिस को देखना चाहिए। कोई कृत्य करने वाला सामने से आएगा और सामने से क्यों जाएगा। वो तो ऐसी जगह देखेगा, जहां कोई कैमरा न हो। उसे कोई देख न ले।

मां को रील्स बनाने का शौक था। बेटा अक्सर कपड़ों को लेकर टोकता रहता था।

मां को रील्स बनाने का शौक था। बेटा अक्सर कपड़ों को लेकर टोकता रहता था।

पिता बोले- पांच साल बाद उसका जन्म हुआ था पिता ने कहा कि बच्चे की चेन के बारे में भी मुझे पता लगा था। पत्नी ने बताया था कि यह घटना नहीं, दुर्घटना है। पुलिस के संज्ञान में यह बात मेरी पत्नी ही लेकर आई। परिवार के जो लोग बैठे थे, उन्होंने बताया कि यह घटना है, ऐसे बच्चा आत्महत्या कर नहीं सकता। हमने ही पैनल पीएम कराने के लिए बोला। हमने खुद आगे बढ़कर पैनल पीएम कराया। बच्चा एक चांदी की चेन पहना था, हाथ में चांदी का कड़ा पहना था।

बच्चे के गले में चोट के निशान थे। पुलिस ने वो चेन भी हमारे परिवार को सौंप दी। उसकी रिसीविंग भी ली उन्होंने। 10 दिन बाद हमसे वापस ले ली। हमसे पूछा कि किसी ने छुआ तो नहीं इसे। अब ऐसे कैसे हो सकता है कि 10 दिन तक कोई छुए नहीं उसे। बच्चे की निशानी है वो। परिवार वालों की भावनाएं जुड़ी हुई हैं उससे तो। हम तो मध्यमवर्गीय परिवार से हैं। एक बच्चा था सिर्फ 15 साल का।

पांच साल बाद हमें बच्चा हुआ था, इतना इलाज कराने के बाद। इतने लाड़-प्यार से हम रखते थे उसे। हमने कभी उससे ज्यादा डिमांड की ही नहीं। बच्चा खुश था। कामवाली का बयान है कि बच्चा खुश था उस दिन। रोजाना के मुकाबले उसने कुछ ज्यादा खाना खाया था। उसने दोबारा मां से सब्जी-रोटी मांगी। जब कामवाली गई, तब दोनों मां-बेटा बालकनी में बात कर रहे थे। वो चली गई आराम से।

रील बनाते हुए अभ्युदय। उसे डांस करने का भी शौक था।

रील बनाते हुए अभ्युदय। उसे डांस करने का भी शौक था।

हमारा परिवार ही खत्म कर दिया गया अनुपम ने कहा कि इसके बाद बच्चे ने मां से हंसी मजाक भी किया। मां से बोला कि मम्मा अच्छे कॉम्बिनेशन पहन कर जाओ। मेरी वाइफ भी बस दो दिन से बैडमिंटन खेलने जा रही थी, वो भी मेरे कहने से। हमें नहीं पता था कि हम उसे भेज रहे हैं और हमारे पीछे ही इतनी बड़ी घटना हो जाएगी। हम तो अपने बच्चे से खुश ही थे। प्लान कर रहे थे कि एक कमरा बनाना है। उसे एस्ट्रोनॉट की डिजाइन में तैयार करना है।

बच्चे के एडमिशन की बात कर रहे हैं हम तीन बजे। कहां से कहां ये बातें जोड़ दी गईं। आपको कोई सबूत नहीं मिला, केस बंद करना है तो आपने कोई भी कहानी गढ़ दी। आपने तो हमारा परिवार ही खत्म कर दिया। यही नहीं सोचा कि उस मां की हालत क्या होगी, जिसका 15 साल का बच्चा चला गया। आप हमारा दर्द सोचिए। आप सोचिए कि हम पर क्या गुजर रही होगी।

मां-बेटे के साथ डांस करते हुए फोटो-वीडियो मिले हैं।

मां-बेटे के साथ डांस करते हुए फोटो-वीडियो मिले हैं।

इतना हेल्थी बच्चा था, कैसे मां उसकी हत्या कर देगी उन्होंने कहा कि मां की हेल्थ देखिए, बच्चे की पर्सनैलिटी देखी, इतना हेल्थी बच्चा था। कहां से कृत्य हो जाएगा मां से। वो पूरे समय फोन पर बात कर रही है। हम प्रमाण दे रहे हैं कि कॉल पर बात हो रही है। कहां से घटना हो जाएगी, जब फोन पर बात चल रही है तो। कोई ऐसा थोड़ी होता है कि फोन पर बात करेगी, उसी समय घटना भी कर देगी, फिर चली जाएगी। घूमने जाएगी, बैडमिंटन खेलने जाएगी सहेली के साथ।

इस दौरान भी एकदम नॉर्मल रहेगी। एक मां का बच्चा चला गया हो, तो वो कैसे नॉर्मल रह सकती है। हंस-बोल सकती है। उस दिन वो बैडमिंटन में जीती भी। उसकी सहेली ने बताया कि वो बहुत अच्छा खेली उस दिन। वापस आते समय भी एक दो लोगों से बात की। उनसे भी नॉर्मल तरीके से बात की थी।

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बेटा कपड़ों के लिए टोकता था, मां ने मार डाला:ऑडिटर की पत्नी बोली- जुर्म कबूल नहीं

अपनी मां के साथ अभ्युदय।

अपनी मां के साथ अभ्युदय।

गुना में 15 साल के बच्चे की मौत की गुत्थी सुलझ गई है। मां ने ही उसकी गला घोंटकर हत्या की थी। फिर इसे सुसाइड बताने की साजिश रची। बेटा उसे बिंदी और कपड़े के लिए टोकता रहता था। पुलिस ने जांच के दौरान मौके पर मिले सबूत के आधार पर मां को आरोपी बनाया।

उसे शनिवार को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि बच्चे की मां ने अभी भी अपना जुर्म कबूल नहीं किया है। वो इसे आत्महत्या की बता रही है। लेकिन पुलिस को मिले 5 सबूतों के आधार पर मां ने ही पूरी घटना को सुसाइड का रूप देने की कोशिश की। पूरी खबर पढ़िए…



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