भोजपुर के बिहिया थाना क्षेत्र के बेनवलिया गांव में मंगलवार की रात जहर खाए चौथे बच्चे की भी मौत हो गई। मृत किशोर अरविंद प्रसाद का 10 वर्षीय पुत्र आदर्श कुमार उर्फ आदित्य कुमार है। इससे पहले एक बच्ची पलक की सदर अस्पताल लाने के दौरान मौत हो गई थी।
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वहीं, एक 6 साल का बेटा टोनी और 12 साल की बेटी नंदनी कुमारी की मौत इलाज के दौरान शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल के ICU में हो गई थी। मरने से पहले किशोर आदर्श ने बताया कि था कि पापा ने सभी को खाना में पूड़ी खिलाने के बाद कमरे को बंद कर उसके बाद दूध पिलाया था। दूध पीने के बाद पेट में दर्द, उल्टी और बेचैनी होने लगी थी।
हमलोग कमरे में तड़पते रहे, चिल्लाते रहे लेकिन किसी ने समय पर कमरा नहीं खोला। काफी देर बीत जाने के बाद मेरे अंकल आए और दरवाजे को तोड़कर सभी को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया गया, जहां से गंभीर हालत में सभी को पटना रेफर कर दिया गया।
हालांकि परिजन शहर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वही गंभीर हालत में अरविंद प्रसाद का इलाज चल रहा है।
पड़ोसियों ने गंभीर हालत में लाया गया सदर अस्पताल।
जहर खिलाने से पहले बच्चों को देखकर खूब रोए पिता
जानकारी के अनुसार अरविंद कुमार की पत्नी की मौत आठ महीने पूर्व बीमारी के कारण हो गई थी और उन्होंने उसे समय अलग-अलग लोगों से काफी कर्ज लिया था। उसी को लेकर वह आठ महीना से काफी परेशान चल रहे थे। इसी वजह से पहले अपने चारों बच्चों को जहर खिलाने और बाद में खुद जहर खाने की बात सामने आ रही है।
पत्नी के मौत के बाद अरविंद बच्चों को अपने इलेक्ट्रॉनिक दुकान पर बैठाकर पढ़ाता था। कर्ज चुकता करने को लेकर काफी दबाव था। जहर खाने-खिलाने से पहले अपने बच्चों को देखकर काफी रोया था।

मरने से पहले आदर्श ने बताया कि पापा ने दूध पिलाया था।
परिजन ने बताया- गंभीर हालत में पटना रेफर किया लेकिन उसे शहर में ही भर्ती कराए
अरविंद प्रसाद के परिजन गुप्तेश्वर प्रसाद ने बताया कि वे लोग गांव में ही एक बारात में शामिल होने के लिए गए थे। इसी बीच उन्हें सूचना मिली की पांचो लोगों की तबीयत काफी खराब हो गई है। सूचना पाकर परिजन वहां पहुंचे और उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल ले आए। जहां इलाज के दौरान पलक कुमारी की सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में ही मौत हो गई।
प्राथमिक उपचार करने के बाद अरविंद प्रसाद, उसके दो पुत्र आदित्य कुमार उर्फ आदर्श कुमार, टोनी कुमार और पुत्री नंदनी कुमारी की हालत को देखते हुए पटना रेफर कर दिया गया था लेकिन परिजन उन्हें पटना नहीं ले जाकर उन्हें इलाज के लिए आरा शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल ले गए।
जहां इलाज के दौरान नंदनी कुमारी, आदित्य कुमार उर्फ आदर्श कुमार और टोनी कुमार की मौत हो गई। जबकि अरविंद प्रसाद का इलाज बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल में कराया जा रहा है।