होली के त्योहार को लेकर बाजारों में जबरदस्त रौनक देखने को मिल रही है। जिला से लेकर तहसील और ब्लॉक स्तर तक के बाजारों में रंग-बिरंगे अबीर-गुलाल और पिचकारियों की दुकानें सज गई हैं।इस बार लोग सेहत को प्राथमिकता देते हुए केमिकल युक्त रंगों से दूरी बना रह
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मार्केट में मिल रहा कलर बम।
रंगों के पटाखों की डिमांड अधिक
काशी में लोगों द्वारा होली पर पटाखा फोड़ा जाएगा वह पटाखा आवाज नहीं करेगा बल्कि रंगों का फुहार करेगा। बता दे कि इस बार काशी में होली पर रंगों के साथ ही आतिशबाजी का भी माहौल देखने को मिलेगा। बाजार में ऐसे पटाखे आए हैं, जिन्हें जलाने पर चिंगारी नहीं, बल्कि अबीर-गुलाल उड़ेगा। डबल टंकी से एक साथ तीन रंग निकलेंगे। 52 सेकंड तक गुलाल की बौछार होगी। अनार बम फूटते ही अबीर-गुलाल उड़ेगा। वहीं, सिलिंडर से भी रंगों की बारिश होगी।

मार्केट में लोग कर रहे जमकर खरीदारी।
आसमान में सतरंगी रंगों का दिखेगा दृश्य
वाराणसी के मार्केट में इस बार रॉकेट गुलाल भी बाजार में है। इसे जलाते ही 12 फीट तक ऊंचाई पर जाएगा और ऊपर से अबीर-गुलाल नीचे गिरेगा। आठ और 16 आवाज वाले पटाखे जलाने पर भी रंग उड़ेंगे। इस तरह गुलाल पिचकारी, हर्बल गुलाल, कलर मैजिक, पिचकारी समेत अन्य कई तरह के ऐसे अत्याधुनिक रंगों के उपकरण आए हैं, गोदौलिया, लंका, मैदागिन, शिवपुर, पांडेयपुर समेत अन्य हिस्सों में एक से बढ़कर होली की पिचकारी, गुलाल और अन्य सामान की बिक्री हो रही है।

हर्बल रंगों की डिमांड अधिक।
हर्बल कलर का बेहतर हो रहा कारोबार
स्किन को नुकसान पहुंचाने के कारण केमिकल युक्त रंगों की तुलना में इस बार भी हर्बल व ऑर्गेनिक कलर का कारोबार काफी बेहतर हो रहा है। खुदरा बाजार में इस बार रंग की कीमत तीन से 40 रुपये प्रति 10 ग्राम, स्प्रे कलर दो सौ से पांच सौ रुपये प्रति सिलेंडर व गुलाल 40 से 160 रुपये प्रति किलो खुदरा बाजार में बिक रहा है।

मार्केट में मोदी मुखौटा।
त्रिशूल पिचकारी का क्रेज
दुकानदारों का कहना है कि इस बार त्रिशूल वाली, रॉकेट लॉन्चर डिजाइन और अनार बम जैसी अनोखी पिचकारियां भी लोगों को खूब पसंद आ रही हैं।पिचकारी विक्रेता अरबाज अहमद ने बताया कि पिछले साल बुलडोजर थीम वाली पिचकारी की जबरदस्त मांग थी, लेकिन इस बार मोदीजी की पिचकारी की नई वैरायटी आई है, जो 200 रुपये से लेकर 2 हजार रुपये तक में बिक रही है। इस बार काशी में लगभग 20 करोड़ का करोबार होगा।