मयंक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
हरदा में सोमवार काे इंदौर-बैतूल हाईवे पर एक सड़क हादसे में घायल एक छात्र की शुक्रवार काे भोपाल में इलाज के दौरान मौत हाे गई। वह अपने दोस्त के साथ दसवीं कक्षा का पेपर देने के लिए सोडलपुर जा रहा था। इस दौरान उसकी तेज रफ्तार बुलेट बाइक बहराखेड़ी के पास
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जानकारी के अनुसार, 10 मार्च को रेलवे कॉलोनी निवासी मयंक (16) पिता राकेश मौर्य और कलेक्ट्रेट बायपास निवासी आदित्य पिता महेश गुर्जर सीबीएसई बोर्ड की दसवीं कक्षा का मैथ्स का पेपर देने जा रहे थे, इस दौरान हादसा हाे गया। दोनाें सरस्वती विद्या मंदिर के छात्र थे।
मयंक और आदित्य बुलेट बाइक से परीक्षा देने सोडलपुर जा रहे थे।
पांच दिन बाद इलाज के दौरान हुई मौत
हादसे में दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें पहले जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां से बाद में दोनों को भोपाल रेफर कर दिया गया। मयंक का भोपाल के नर्मदा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। हादसे के पांच दिन बाद शुक्रवार दोपहर तीन बजे उसकी मौत हो गई।
इकलौता बेटा था मयंक
मृतक के पिता राकेश मौर्य ने बताया कि मयंक उनका इकलौता बेटा था। हमीदिया हॉस्पिटल में पोस्टमॉर्टम के बाद उनके गृह ग्राम सोहागपुर में अंतिम संस्कार किया जाएगा।

हादसे के बाद मयंक को भोपाल रेफर किया गया था, पांच दिन बाद उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई।
पहली बार सोडलपुर में बना परीक्षा केंद्र
इस साल पहली बार जिला मुख्यालय से 22 किलोमीटर दूर ग्राम सोडलपुर में परीक्षा केंद्र बनाया गया है। यहां हरदा के दो स्कूलों के 150 से अधिक विद्यार्थी परीक्षा दे रहे हैं।
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