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Chaitra Amavasya 2025 Pitra Dosh Shani Dosh Upay: देवघर के आचार्य के अनुसार, 29 मार्च को शनि अमावस्या पर 100 साल बाद ऐसा संयोग बनेगा, जिससे पितृ दोष या शनि दोष से मुक्ति के लिए किया गया उपाय सार्थक होगा. जानें …और पढ़ें
शनि अमावस्या 2025 को 100 साल बाद अद्भुत संयोग.
हाइलाइट्स
- 29 मार्च को शनि अमावस्या पर 100 साल बाद दुर्लभ संयोग
- पितृ दोष से मुक्ति के लिए गंगा स्नान कर तर्पण करें
- शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए यहां दीपक जलाएं
देवघर: इस बार शनि अमावस्या बेहद खास है. 29 मार्च को शनिवार के दिन पड़ने वाली शनि अमावस्या को 2025 का पहला सूर्य ग्रहण भी लग रहा है. इसके अलावा इसी दिन ढाई साल बाद शनिदेव राशि बदल रहे हैं. वह कुंभ से मीन राशि में प्रवेश करेंगे. यही नहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस दिन मीन राशि में 6 ग्रह एक साथ होंगे, जो खुद में एक दुर्लभ संयोग है.
इस सभी संयोगों को जोड़ा जाए तो ऐसी ग्रह स्थिति बनेगी जो करीब 100 साल बाद फिर देखने को मिल रही है. देवघर के ज्योतिषाचार्य पं. नंदकिशोर मुद्गल ने चैत्र माह की अमावस्या का यह दुर्लभ संयोग दो बड़े दोष पहला पितृ दोष और दूसरा शनि दोष से मुक्ति पाने का बड़ा शानदार अवसर है. इस दिन कुछ उपाय करने से दोनों दोषों से जातक को पक्का राहत मिल जाएगी.
कब शुरू होगी अमावस्या तिथि
ज्योतिषाचार्य ने बताया कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार, शनि अमावस्या की तिथि की शुरुआत 28 मार्च शाम 7 बजकर 32 मिनट पर होगी. इसका समापन 29 मार्च की शाम 6 बजकर 21 मिनट पर होगा. उदया तिथि के अनुसार अमावस्या 29 मार्च को मनाई जाएगी.
पितृदोष से मुक्ति के लिए करें ये काम
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि करीब 100 साल बाद किसी अमावस्या पर ऐसा संयोग बनने जा रहा है, जिसमें पितृ दोष से मुक्ति का रास्ता सहज ही प्राप्त हो जाता है. अमावस्या के दिन गंगा स्नान कर पितृ के नाम से तर्पण करें. पीपल पेड़ के नीचे सरसों तेल का दीपक जलाकर किसी गरीब या असहाय को काला छाता, काला तिल या काली उड़द की दाल दान करें. पितृ बेहद प्रसन्न होंगे. उन्हें मुक्ति मिलेगी और आपको दोष से राहत.
शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए ये उपाय
वहीं, शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए चैत्र शनि अमावस्या के दिन हनुमान मंदिर जाकर चमेली का तेल का दीपक जलाएं. भगवान हनुमान जी को चोला चढ़ाएं. साथ ही हनुमान चालीसा का पाठ करें. हो सके तो संध्या के समय शनि मंदिर जाकर शनिदेव को सरसों का तेल अर्पण करें. ध्यान रहे शनि मंदिर में शनिदेव की आंख बिल्कुल भी न देखें.
Deoghar,Jharkhand
March 19, 2025, 14:07 IST
100 साल बाद अमावस्या पर अद्भुत संयोग, एक साथ मिलेगा शनि और पितृ दोष से छुटकारा
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.