धार नगर पालिका ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 3.75 अरब (पौने 4 अरब) रुपए का वार्षिक बजट पारित कर दिया है। सोमवार को प्रेसिडेंट इन काउंसिल (पीआईसी) की बैठक में इसे मंजूरी दी गई। बजट में पेयजल, पर्यावरण, सड़क निर्माण और शॉपिंग कॉम्प्लेक्स सहित कई विकास
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बैठक के दौरान लेखापाल ने मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) विकास डावर की उपस्थिति में बजट का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया। बजट में पेयजल और पर्यावरण संबंधी कार्यों के लिए सर्वाधिक 60 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जिससे शहर में जलापूर्ति व्यवस्था को सुधारा जा सके और पर्यावरण संरक्षण के कार्य किए जा सकें। इसके असावा, सड़क निर्माण कार्यों के लिए लगभग 10 करोड़ रुपए का बजट प्रस्तावित है, जिससे शहर की जर्जर सड़कों की मरम्मत और नई सड़कों का निर्माण किया जा सकेगा।
अध्यक्ष नेहा महेश बोड़ाने ने बताया कि
बजट में शहर के विकास को प्राथमिकता दी गई है और लंबित कार्यों को जल्द पूरा करने पर जोर दिया जाएगा।
बैठक में निर्माण कार्यों की दरों को स्वीकृति देने के साथ ही विभिन्न आवश्यक सामग्रियों की खरीद पर भी सहमति बनी। इसके अलावा, नगरपालिका कर्मचारियों से जुड़े 83 अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और दुकानों से बढ़ेगी नगरपालिका की आय
इस वित्तीय वर्ष के बजट की एक महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि नगरपालिका अपनी वित्तीय स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए नए शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और दुकानों का निर्माण करेगी। बजट में इसके लिए 5 से 6 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। योजना के तहत मोहन टॉकिज, पुरानी नगरपालिका परिसर, हटवाड़ा गांधी उद्यान परिसर और पाटीदार चौराहा स्थित निकाय की भूमि पर शॉपिंग कॉम्प्लेक्स व दुकानें बनाई जाएंगी। मोहन टॉकिज से संबंधित न्यायालयीन विवाद में नगरपालिका को निचली अदालत से लेकर उच्च न्यायालय तक जीत मिली है और अब मामला सर्वोच्च न्यायालय में विचाराधीन है, जहां भी निकाय के हक में फैसला आने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, सीएमओ बंगले के पास भी दुकानें विकसित की जाएंगी।
पेयजल लाइन बिछेगी, मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार
बजट में नगर के उन छूटे हुए क्षेत्रों में पेयजल लाइन बिछाने के लिए लगभग 8 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है, जहां वर्तमान में जलापूर्ति की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा, वॉटर सिक्योर वर्क और ग्रीन स्पेस जोन जैसे कार्यों पर करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। शहर के मुंज सागर तालाब के सौंदर्यीकरण और विकास के लिए भी साढ़े तीन करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है।
धार्मिक स्थलों के विकास को ध्यान में रखते हुए बजट में धारेश्वर महादेव मंदिर सहित अन्य मंदिरों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के लिए भी करोड़ों रुपए खर्च करने का प्रस्ताव है। इसके अतिरिक्त, शहर में एक नवीन आश्रय स्थल का निर्माण किया जाएगा, जिससे बेघर लोगों को सहारा मिल सके। एक महत्वपूर्ण निर्णय के तहत शहर में पशु शवदाह गृह का निर्माण भी प्रस्तावित है, जिसकी लंबे समय से आवश्यकता महसूस की जा रही थी। हाल ही में पशु शवों के निस्तारण को लेकर विवाद सामने आए थे, ऐसे में यह पहल शहर के लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
पुराने प्रस्ताव अब भी बजट में शामिल
हालांकि, बजट में कई ऐसे पुराने प्रस्तावित कार्य भी शामिल हैं जो अभी तक धरातल पर नहीं उतर पाए हैं। इनमें शहर के चारों प्रवेश मार्गों पर स्वागत द्वार का निर्माण जैसे कई अन्य कार्य शामिल हैं, जिन्हें नए बजट में यथावत रखते हुए उनकी अनुमानित लागत को भी शामिल किया गया है।
बजट प्रस्तुतिकरण के दौरान उपाध्यक्ष मयंक म्हाले, कार्यालय अधीक्षक संजयसिंह ठाकुर, पार्षद विपुल चौपड़ा, रवि मेहता, छगन परमार, पूजा अग्रवाल, सुमित्रा मकवाना, लक्ष्मण पटेल सहित अन्य पार्षदगण भी उपस्थित थे। अब इस पारित बजट को अंतिम स्वीकृति के लिए नगरपालिका के साधारण परिषद के सम्मेलन में पेश किया जाएगा।