महादेव एप के व्हिसिल ब्लोअर को ही पकड़ रही सरकार। यह आरोप पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव भवन में प्रेस कांफ्रेंस कर भाजपा पर लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार थी तो एसपी-कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में महादेव एप का मामला उठा था।
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इस मामले को गंभीरता से लेते हुए बतौर मुख्यमंत्री मैंने कार्रवाई करने के निर्देश दिए। मार्च, 2022 में पहला मामला दर्ज हुआ। इसके बाद 74 मामले दर्ज हुए, 200 से अधिक लोग गिरफ्तार हुए। दो हजार से अधिक बैंक खाते सीज किए गए। दिसंबर, 2022 में हमने ऑनलाइन सट्टे को रोकने के लिए विधानसभा में जुआ एक्ट में संशोधन किया। हमारी ओर से दर्ज मामले और आंध्र प्रदेश में दर्ज एक मामले के आधार पर ही ईडी ने मामला अपने हाथ में लिया। हमने ही गूगल प्ले स्टोर से महादेव एप को हटवाया।
हमारी पुलिस ने ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को महादेव एप के संचालकों की गिरफ्तारी में सहयोग का पत्र लिखा। इसके बाद जून, 2023 को गृह मंत्रालय ने लुक आउट नोटिस जारी किया। मैंने ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जितने भी अवैध ऑनलाइन बेटिंग और सट्टा कारोबार चल रहे हैं उन पर प्रतिबंध लगाया जाने का अनुरोध किया। इससे साफ जाहिर है कि महादेव पर पहली कार्रवाई हमने की और विडंबना देखिए कि ईडी ने मामला हाथ में लेते ही हमें ही निशाने पर रखा। प्रेस कांफ्रेंस के दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, पूर्व मंत्री सत्यनारायण शर्मा, डॉ. शिवकुमार डहरिया उपस्थित रहे।
वानुआतु बसने जा रहे सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल
भूपेश ने दस्तावेज के साथ बताया कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल ने टैक्स हैवन कहे जाने वाले देश वानुआतु की नागरिकता ले ली है। कांग्रेस के आरटीआई विभाग के अध्यक्ष नितिन सिन्हा के पास कागज है जिसमें वानुआतु के साथ भारत की प्रत्यार्पण संधि नहीं होने की पुष्टि हुई है। प्रत्यार्पण संधि न होने से वहां के नागरिकों को भारत नहीं लाया जा सकता। इसलिए दुबई में महादेव एप के दोनों संचालक मजे से घूम रहे हैं। • हाल ही में ललित मोदी ने वानुआतु की नागरिकता लेने की कोशिश की तो भारत सरकार ने हस्तक्षेप करके उसे रुकवा दिया तो सौरभ और रवि के मामले में भारत सरकार ने हस्तक्षेप क्यों नहीं किया। • आरटीआई से मिली जानकारी में दुबई स्थित भारतीय वाणिज्य दूतावास के अनुसार उनके पास सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को गिरफ्तार करने संबंधी कोई दस्तावेज उपलब्ध नहीं है।
भाजपा के पूर्व मंत्री के भाई की गाड़ी में जब्त हुए रुपए, फंसे हम भूपेश ने कहा कि अगस्त, 2023 को मेरे जन्मदिन के दिन ईडी ने मेरे राजनीतिक सलाहकार और मेरे दो ओएसडी के घर छापा मारा। दो नवंबर को रायपुर में नाटकीय ढंग से भाजपा के एक पूर्व मंत्री की भाई के कार में करोड़ों रुपए ईडी ने बरामद किए और मुझ पर ही गंभीर आरोप लगाने का षडयंत्र शुरु हुआ। इस कार को चला रहे असीम दास ने बाद में एक बयान जारी करके बताया कि उसे कैसे इस पूरे मामले में फंसाया गया। पांच नवंबर को यानी ठीक चुनाव से पहले भाजपा ने किसी शुभम सोनी का एक वीडियो जारी किया, जिसमें मुझ पर गंभीर आरोप लगाए गए।
भाजपा का पलटवार
आपकी पसंद की एजेंसी है, घबराइए मतः भाजपा
भाजपा के प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव ने कहा है कि सीबीआई के छापों को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने काल में सीबीआई को प्रतिबंधित कर रखा था। यदि उनकी नीयत साफ थी तो बघेल महादेव सट्टा मामले को सीबीआई को सौंप देते। जब सत्ता हाथ से चली गई तब वह इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग करने लगे।
अब सीबीआई आई है तो दबाव बनाने के लिए सारे हथकण्डे अपना रहे हैं। वहीं प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता ने भूपेश की प्रेस कांफ्रेंस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपके पसंद की जांच एजेंसी आई है उससे घबराइए नहीं, सहयोग कीजिए। विधानसभा में आपके नेता प्रतिपक्ष ही भारतमाला की जांच सीबीआई से करवाना चाह रहे थे। वे सीबीआई न आने पर बहिर्गमन तक कर रहे थे। अब आपकी पसंद की जांच एजेंसी आई तो परेशान क्यों हो रहे हैं।
छापे को बताया षडयंत्रः भूपेश ने आरोप लगाया कि मेरी अनुपस्थिति में रायपुर स्थित मेरे शासकीय निवास में सीबीआई आई। न तो इसकी सूचना दी और न मुझसे सहमति ली। मैं उपस्थित नहीं था तो अधिकतम इसे सील किया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। मेरे घर के सामने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीबीआई की टीम को बड़े बैग लेकर जाते देखा लेकिन उनकी मांग पर भी बैग उन्हें नहीं दिखाया। मीडिया को दिखाने के लिए शासकीय आवास की छत पर भी मैटल डिटेक्टर लेकर नाटकीयता पैदा करने की कोशिश हुई। यह मेरे खिलाफ कोई षडयंत्र दिखाता है।