जिले में रेत खनन पर प्रतिबंध के बाद भी अवैध उत्खनन जारी है। रविवार को पलेरा थाना क्षेत्र में धसान नदी में अवैध तरीके से रेत के उत्खनन का मामला सामने आया है। वर्षा काल के दौरान रेत के खनन पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके नदी नालों से चोरी छिपे रेत का अवैध
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इसके पहले जतारा थाना क्षेत्र के हृदय नगर गांव में उर नदी से रेत के उत्खनन का मामला सामने आया था। दर्जनों ट्रैक्टरों से नदी से रेत निकाली जा रही है, लेकिन खनिज विभाग के अधिकारी पूरे मामले से अनजान बन रहे हैं।
कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष गौरव शर्मा ने बताया कि जिले में पिछले एक साल से रेत खनन का ठेका नहीं हुआ है। ज्यादातर इलाकों में अवैध तरीके से खनन कर रेत बेची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि पलेरा थाना क्षेत्र में धसान नदी पर दर्जनों ट्रैक्टर रेत का अवैध उत्खनन कर रहे है। उन्हाेंने आरोप लगाया कि खनिज माफियाओं को भाजपा के नेताओं का संरक्षण है।
उत्खनन करने वाले लोग आसपास के ग्रामीण इलाकों के बताए जा रहे हैं। खुलेआम दर्जनों ट्रैक्टरों से रेत का खनन चल रहा है, लेकिन जिम्मेदार विभाग इस पूरे मामले से अनजान बन रहे हैं। खनिज विभाग के अलावा पुलिस के अधिकारी भी अवैध उत्खनन को रोकने के लिए कोई कार्रवाई करते नजर नहीं आ रहे हैं।
वर्षा काल में खनन पर प्रतिबंध
वर्षा काल के दौरान हर साल खनिज विभाग की ओर से नदी नालों से रेत के खनन पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इस बार भी प्रतिबंध लागू है। इसके बाद भी जिले के कई स्थानों पर नदी नालों से अवैध तरीके से रेत का उत्खनन जारी है।

खनिज विभाग ने बताई बल की कमी
इस मामले में खनिज अधिकारी प्रशांत तिवारी का कहना है कि विभाग के पास बल की कमी है। जिले में कई स्थानों पर रेत का अवैध तरीके से उत्खनन चल रहा है। जानकारी लगने पर संबंधित तहसीलदार, एसडीएम और थाना प्रभारी से बल उपलब्ध कराने की मांग की गई है। पलेरा में आज ही पुलिस बल के साथ कार्रवाई की जाएगी।