3 Powerful Mantras Of Sun : हिंदू धर्म में सूर्य देव को प्रत्यक्ष देवता माना गया है. रोज़ सुबह सूरज को जल चढ़ाना एक पुरानी परंपरा रही है, जिसे आज भी करोड़ों लोग निभाते हैं. ऐसा कहा जाता है कि सूर्य को अर्घ्य देने से ना सिर्फ शरीर और मन को फायदा होता है, बल्कि जीवन में सुख-शांति और तरक्की भी आती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि अगर जल चढ़ाते समय कुछ खास मंत्रों का जाप किया जाए तो इसका असर और ज़्यादा गहरा होता है?
एस्ट्रो गुरु अरुण पंडित के मुताबिक, कुछ विशेष मंत्रों का जाप करके आप अपने जीवन में बड़े बदलाव ला सकते हैं. इन मंत्रों से न सिर्फ मानसिक शक्ति बढ़ती है, बल्कि काम में सफलता, स्वास्थ्य में सुधार और आत्मिक संतुलन भी आता है. आइए जानते हैं कौन से हैं वो तीन खास सूर्य मंत्र जिनका जाप आपको जरूर करना चाहिए.
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1. अगर आर्थिक परेशानी है तो करें ‘ॐ श्रीं सूर्याय नमः’ मंत्र का जाप
अगर आप लंबे समय से पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं, आय के स्रोत बंद हो गए हैं या कर्ज से राहत नहीं मिल रही है, तो इस मंत्र का जाप आपके लिए फायदेमंद हो सकता है.
मंत्र: ॐ श्रीं सूर्याय नमः
इस मंत्र का जाप रोज़ सुबह सूरज को जल चढ़ाते समय करें. मन शांत रखें और पूरी श्रद्धा के साथ उच्चारण करें. माना जाता है कि यह मंत्र आर्थिक दरिद्रता को दूर करने में मदद करता है और धन के नए रास्ते खोलता है.
2. अगर ऑफिस में मान-सम्मान नहीं मिल रहा तो करें ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ का जाप
कई बार मेहनत करने के बाद भी काम का क्रेडिट नहीं मिलता, लोग आपकी कद्र नहीं करते या फिर तरक्की में बार-बार रुकावट आती है. ऐसे में यह मंत्र आपकी मदद कर सकता है.
मंत्र: ॐ घृणि सूर्याय नमः
रोज़ सूरज को जल चढ़ाते समय इस मंत्र का जाप करने से आत्म-विश्वास बढ़ता है, और समाज या कार्यस्थल पर सम्मान मिलना शुरू होता है. यह मंत्र आपकी आभा को निखारने में मदद करता है.
3. अगर बार-बार बीमार पड़ते हैं तो सूर्य गायत्री मंत्र का जाप करें
2025 में बदलते मौसम और जीवनशैली की वजह से कई लोगों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है. बार-बार बीमार पड़ना अब आम बात हो गई है. ऐसे में यह मंत्र आपकी सेहत को बेहतर करने में मदद कर सकता है.
सूर्य गायत्री मंत्र:
ॐ भास्कराय विद्महे महादुत्याथिकराया धीमहि तनमो आदित्य प्रचोदयात् ..
या
ॐ आदित्याय विद्महे मार्त्तण्डाय धीमहि तन्न: सूर्य प्रचोदयात् ..
या
ॐ सप्त-तुरंगाय विद्महे सहस्र-किरणाय धीमहि तन्नो रविः प्रचोदयात् ..
इनमें से किसी भी एक मंत्र का जाप रोज़ सुबह जल चढ़ाते समय करें. यह शरीर की ऊर्जा को संतुलित करता है और रोगों से बचाव करता है.