सुपर कप
बेंगलुरु एफसी और इंटर काशी के खिलाड़ियों ने 23 अप्रैल को भुवनेश्वर में अपने सुपर कप मैच से पहले पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों के प्रति शोक व्यक्त करने के लिए एक मिनट का मौन रखा और बांह पर काली पट्टी बांधकर खेले। पहलगाम के बैसरन में मंगलवार को आतंकवादियों ने कम से कम 26 लोगों की हत्या कर दी जिसमें अधिकतर पर्यटक थे। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकी समूह का हिस्सा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। इस हमले की दुनिया भर में कड़ी निंदा की गई है। दोनों टीम के घरेलू और विदेशी खिलाड़ी आतंकी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि देने के लिए काली पट्टी बांधकर मैदान में उतरे। मैच शुरू होने से ठीक पहले खिलाड़ियों, मैच अधिकारियों और कलिंगा स्टेडियम में मौजूद दर्शकों ने दिवंगत आत्माओं की याद में एक मिनट का मौन रखा। इससे पहले बेंगलुरु एफसी ने आतंकी हमले के पीड़ितों और घायलों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
सुनील छेत्री ने जताया दुख
ISL 2018-19 चैंपियन क्लब बेंगलुरु एफसी ने ‘एक्स’ पर कहा कि बेंगलुरु एफसी पीड़ितों, उनके परिवारों और पहलगाम हमले में प्रभावित सभी लोगों के साथ एकजुटता से खड़ा है। उन्होंने कहा कि आज के कलिंगा सुपर कप मैच से पहले एक मिनट का मौन रखा जाएगा जहां टीम के खिलाड़ी सम्मान के तौर पर बांह पर काली पट्टी बांधेंगे।’’ बेंगलुरु एफसी और भारत के कप्तान सुनील छेत्री ने आतंकवादियों के ‘कायराना’ कृत्य की निंदा की। छेत्री ने कहा कि पहलगाम से आ रही खबर से दुखी हूं। शब्द कम पड़ रहे हैं। मेरी संवेदनाएं इस कायराना आतंकी हमले से प्रभावित सभी परिवारों के साथ है।
इंटर काशी ने हमले को बताया देश की आत्मा पर घाव
इंटर काशी ने आतंकवादी हमले को ‘देश की आत्मा पर घाव’ बताया। इंटर काशी ने कहा कि वे कहते हैं कि शो चलते रहना चाहिए। और चलता है। लेकिन बिना याद किए नहीं। बिना गुस्से के नहीं। पहलगाम खून से लथपथ है और हम भी। जो हुआ वह सिर्फ एक खबर का शीर्षक नहीं है – यह इस देश की आत्मा पर एक घाव है। उन्होंने कहा कि आतंकवाद की सिर्फ निंदा नहीं की जानी चाहिए बल्कि उसका सामना किया जाना चाहिए और उसे हराया जाना चाहिए। हम एकजुट हैं – दुख में, गुस्से में और संकल्प में।
(PTI Inputs)