चुनावों में लगातार हार के बाद अब कांग्रेस अपने कैडर को मजबूत करने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम शुरू करने जा रही है। 9 अप्रैल को अहमदाबाद अधिवेशन के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) ने एमपी कांग्रेस को कैडर ट्रेनिंग के लिए गाइडलाइन भेजी है। इसमें जि
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जिला अध्यक्षों को देंगे ट्रेनिंग नई गाइडलाइन और कैम्पेन कैलेंडर का फोकस कांग्रेस के संगठनात्मक नेतृत्व के ओरिएंटेशन और कैडर को वैचारिक रूप से तैयार करने पर रहेगा। सभी जिला अध्यक्षों की ट्रेनिंग के लिए पीसीसी द्वारा ट्रेनिंग सेशन फाइनल कर ट्रेनिंग दी जाएगी। ये ट्रेनिंग वर्चुअल या व्यक्तिगत रूप से देने पर अभी फैसला होना बाकी है। ट्रेनिंग के लिए अहमदाबाद अधिवेशन में पारित हुए प्रस्ताव के साथ ही एक प्रजेंटेशन भी एआईसीसी की ओर से भेजा जाएगा।
40 दिन के कैम्पेन का कैलेंडर फाइनल कांग्रेस ने संविधान बचाओ अभियान के तहत 40 दिन के कार्यक्रम का कैलेंडर बनाया है। मई के महीने में लगातार कार्यक्रम चलेंगे। इस अभियान की शुरुआत मप्र में 28 अप्रैल को ग्वालियर में होने वाली प्रदेश स्तरीय संविधान बचाओ रैली से होगी। इस रैली में कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, जयराम रमेश जैसे राष्ट्रीय नेताओं को बुलाया जाएगा। एमपी कांग्रेस के सभी दिग्गज नेता इस रैली में शामिल होंगे।
राज्य स्तरीय संविधान बचाओ रैली : एआईसीसी की ओर से राज्य स्तरीय संविधान बचाओ रैली के लिए 25 से 30 अप्रैल का समय तय किया गया है। ग्वालियर में 28 अप्रैल को एमपी की रैली होगी।
जिला स्तरीय रैलियां: 3 मई से 10 मई के बीच सभी जिला मुख्यालयों पर संविधान बचाओ रैलियों का आयोजन होगा। इन रैलियों में कांग्रेस के नेता सरकार की नीतियों से पीड़ित नागरिकों के वास्तविक जीवन के अनुभवों को स्थानीय नरेटिव के जरिए उठाएंगे।
विधानसभा स्तरीय रैली: 11 मई से 17 मई के बीच एमपी की सभी 230 विधानसभाओं में संविधान बचाओ रैलियां होंगी। इन रैलियों में स्थानीय विधायक, हारे हुए विधानसभा प्रत्याशियों के अलावा विधानसभा क्षेत्र के सभी मंडलम्, सेक्टर और बूथ स्तर के कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेता शामिल होंगे।
20 से 30 मई तक घर-घर संपर्क अभियान: प्रदेश स्तर से लेकर विधानसभा स्तर तक की रैलियों के बाद 20 मई से 30 मई तक कांग्रेस के सभी नेता घर-घर संपर्क अभियान चलाएंगे। अंतिम चरण के इस अभियान में घरों में जाकर कांग्रेस कार्यकर्ता आम जनता से संवाद करेंगे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण भूमिका बूथ समितियों के सदस्यों को दी जाएगी। बूथ समितियों के सदस्यों के साथ वरिष्ठ नेता घर-घर जाकर जनमानस से चर्चा करेंगे। इस दौरान जनसमस्याओं के साथ सरकार की नीतियों के कारण आम आदमी को होने वाली दिक्कतों पर चर्चा करेंगे।
एक साल की राष्ट्रीय पदयात्रा निकालने की भी तैयारी कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एमपी सहित सभी राज्यों से संविधान बचाओ राष्ट्रीय पदयात्रा के लिए एक साल का कार्यक्रम मांगा है। इसके लिए सभी जिला ब्लॉक स्तर पर बैठकें बुलाकर पदयात्रा की तैयारी पर चर्चा करने और क्रियान्वयन समितियों के गठन के निर्देश दिए हैं।
उपराष्ट्रपति की सुप्रीम कोर्ट को चुनौती ने बढ़ाई संविधान को लेकर चिंता
अभियान को लेकर पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा, जब बीजेपी के सांसद और देश के उप राष्ट्रपति सुप्रीम कोर्ट को चुनौती देते हैं तो एसटी, एससी वर्ग के लोग संविधान को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं। देश के 140 करोड़ लोग संविधान को लेकर चिंतित होने लगे हैं। कांग्रेस पार्टी ने देश को आजाद कराया, बाबा साहब के नेतृत्व में संविधान का निर्माण कराया और लागू कराया। तो देश के संविधान की रक्षा का दायित्व भी कांग्रेस पार्टी का है। इस देश में जो गरीबों, दलितों, अल्पसंख्यकों, जैनियों पर अत्याचार होता है। ये भाजपा जो संविधान को चुनौती देती है। ये संविधान को समाप्त करने की साजिश है।