पटना यूनिवर्सिटी के 6 छात्रों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। 3 छात्रों की गिरफ्तारी रविवार देर रात डेढ़ बजे हुई बम ब्लास्ट और गोलीबारी की घटना में हुई है। जबकि, 3 अन्य छात्रों की गिरफ्तारी पूर्व के मामले में हुई है। गिरफ्तारी की पुष्टि टाउन ASP दीक्षा
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उन्होंने बताया कि हॉस्टल में अवैध तरीके से छात्र रह रहे थे। इसकी जानकारी पटना यूनिवर्सिटी की ओर से पुलिस को क्यों नहीं दी गई। इसको लेकर यूनिवर्सिटी के संबंधित अधिकारियों से पूछताछ होगी। ये जिम्मेदारी यूनिवर्सिटी की बनती है।
बम बनाने वाले भागे
छात्रों ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि बम बनाने वाले फरार हो गए। बम बनाने में इनकी कोई संलिप्तता नहीं है।
सीनियर की लड़ाई में फंसे जूनियर
कैवेंडिश और मिंटो हॉस्टल के सीनियर छात्रों के बीच मंदिर में भंडारा खाने को लेकर 25 अप्रैल को विवाद हुआ। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों हॉस्टलों के सीनियर छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई।
दोनों एक दूसरे के खिलाफ गोलाबारी और बमबाजी की घटना को अंजाम देने की योजना बनाने लगें। इसी वर्चस्व को कायम करने के लिए महज दो दिन के बाद कैंपस में बम फोड़ दिए। करीब 7 से 8 राउंड फायरिंग भी की।
पटना यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अवैध तरीके से कमरों पर कब्जा भी है।
पुलिस ने सभी हॉस्टल में की छापेमारी
घटना की सूचना मिलने के बाद स्थानीय थाना और पुलिस पदाधिकारी सकते में आ गए। सभी हॉस्टलों में ताबड़तोड़ छापेमारी शुरू कर दी गई। अवैध तरीके से रह रहे छात्रों को हिरासत में लिया गया और पूछताछ की गई।
हॉस्टल के कमरों से इस दौरान सुतली बम बनाने के मैटेरियल भी मिले। इसमें लोकल का बुल बम, सुतली और भी आपत्तिजनक समान बरामद किए गए। जिसे पुलिस जब्त कर ली।