वाराणसी में हमलावरों ने इलेक्ट्रीशियन का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। अपहरण के चार दिन बाद उसका शव गांव के बाहर कुएं में मिला। मंगलवार सुबह कुएं से दुर्गंध आने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी।
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सुबह सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल की पड़ताल की, फोरेंसिक टीम को बुलाया। शव की सूचना पर सैकड़ों ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।एनडीआरएफ की टीम बुलाकर शव को कुएं से बाहर निकाला गया। अधेड़ को उसका मुस्लिम दोस्त भंडारे में प्रसाद खिलाने की बात कहकर ले गया था।
घटनास्थल से पुलिस ने खून सनी लाठी बरामद की, वहीं मृतक के सिर पर गहरी चोट लगी थी। वहीं शरीर पर चोटों के निशान पाए गए। हालांकि पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। भीड़ को देखते हुए कई थानों का फोर्स लगाया गया है।

मिर्जामुराद थाना क्षेत्र के बेनीपुर गांव निवासी फया राजभर (50) 25 अप्रैल को रहीस पठान के साथ घर से निकला था। उसने घर पर बताया कि रहीस के साथ गांव स्थित शिव मंदिर पर भंडारे में जा रहा हूं, लेकिन वह भंडारा खाने नहीं पहुंचा। परिजनों ने देर रात तक इंतजार किया लेकिन फया राजभर लौटकर घर भी नहीं आया।
वही परिजनों ने आशंका जाताया की रिश्तेदार के यहां गए होंगे लेकिन 2 दिन तक घर नहीं पहुंचने पर किसी अनहोनी की आशंका पर परिजनों ने मामले की लिखित जानकारी मिर्जामुराद पुलिस को देते हुए फया के अपहरण की आशंका जताई। उसका दोस्त रहीस पठान भी फोन बंद करके लापता था।

इसके बाद परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के साथ खुद भी तलाश शुरू की। मंगलवार सुबह कुंडरिया गांव के सिवान में स्थित पुराने कुएं में इलेक्ट्रीशियन का शव मिला, जिसे पुलिस ने एनडीआरएफ के साथ मशक्कत के बाद बरामद कर लिया।
मृतक इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। मृतक दो पुत्र एवं दो पुत्री का पिता था। घटना की सूचना मिलने पर एसीपी राजातालाब अजय श्रीवास्तव जंसा, कपसेठी,मिर्जामुराद, बड़ागांव, लोहता, के साथ डॉग स्क्वायड फॉरेंसिक टीम मौके पर मौजूद है। अभी परिजन हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए अड़े हैं।