आगर मालवा में अक्षय तृतीया के अवसर पर महावीर सेवा समिति ने अजीतनाथ जैन मंदिर के बाहर विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। समिति ने श्रद्धालुओं और राहगीरों को गन्ने का रस प्रसाद के रूप में दिया। समाज के लोगों ने राहगीरों से विनम्रता के साथ हाथ जोड़ कर प्रसा
.
जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर भगवान ऋषभदेव ने अक्षय तृतीया के दिन गन्ने के रस से अपनी तपस्या का पारणा किया था। समिति के सदस्य विशाल जैन और मानमल जैन ने बताया कि इसी की याद में यह आयोजन किया गया। उन्होंने गन्ने के रस को स्वस्थ और पवित्र प्रसाद बताया।
कार्यक्रम में श्रद्धालुओं ने प्रसाद वितरण की सराहना की। स्थानीय जैन भक्त सुनीता ने कहा कि अक्षय तृतीया नए आरंभ और मानवता की सेवा का प्रतीक है। राहगीर रमेश राठौर ने भी सेवा कार्य को सराहा।
महावीर सेवा समिति ने सौ से अधिक लोगों को ताजे गन्ने का रस वितरित किया। समिति आगे भी धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इन आयोजनों से जैन धर्म की परंपराओं को जन-जन तक पहुंचाने में मदद मिलेगी।
देखिए फोटो….




