समर सीजन के चलते ट्रेनों में बढ़ती भीड़
झांसी के वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन से सामान्य दिनों में हर दिन 40 हजार यात्री ट्रेनों में सवार होते हैं। वहीं, सीजन में ये आंकड़ा बढ़कर 1 लाख तक पहुंच जाता है। इसी को ध्यान में रखते हुए रेल मंडल तीन महीने में 40 ट्रेनें चलाएगा। इसको लेकर रेलवे ने सूचन
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बता दें कि मंडल के विभिन्न स्टेशन और वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन से 24 घंटे में 130 मेल, एक्सप्रेस, सुरफास्ट, प्रीमियम, राजधानी, शताब्दी, वंदे भारत, गतिमान एक्सप्रेस जैसे ट्रेनें चलती हैं या फिर यहां से होकर दूसरे राज्यों तक पहुंचती हैं। ऐसे में वीरांगना लक्ष्मीबाई स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ भी ज़्यादा होती है। अब जब स्कूलों में गर्मियों की छुट्टी और शादी का सीजन आ गया है तो ऐसे में ये 130 ट्रेनें भी कम पड़ जाएंगी। इसी को देखते हुए झांसी रेल मंडल अप्रैल से शुरू होने वाले समर स्पेशल ट्रेनों के संचालन को जून तक बढ़ा रहा है। झांसी से देश के हर एक कोने तक जाने वालीं 40 समर स्पेशल ट्रेनें इन तीन माह में चलाई जाएंगी। ये ट्रेनें अलग-अलग दिन में संचालित की जाएंगी। हालांकि अभी आगामी दिनों में चलने जा रहीं समर स्पेशल ट्रेनों की सूची रेलवे ने जारी नहीं की है।
यूपीआई से कर सकेंगे पेमेंट
गर्मी के सीजन में टिकटों को लेकर आपाधापी की स्थिति न बने। इसी बात को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने टिकट काउंटर पर यूपीआई यानी डिजिटल पेमेंट करने का विकल्प भी उपलब्ध कराया है। ये व्यवस्था सामान्य टिकिट खिड़की के साथ ही रिजर्वेशन खिड़की पर भी उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा ट्रेन में भी टीटीई को ऑनलाइन पेमेंट एक्सेप्ट करने के निर्देश दिए गए हैं।
मुम्बई जाने वाली ट्रेनों में ज़्यादा भीड़
वैसे तो किसी भी ट्रेन में कन्फर्म सीट मिलना आसान नहीं हो रहा। लेकिन मुम्बई जाने वालीं लगभग सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग लिस्ट चल रही है। खासकर उन ट्रेनों में जो गोरखपुर, बिहार, लखनऊ और कानपुर से चलकर झांसी के रास्ते मुम्बई जाती हैं। इनमें पुष्पक एक्सप्रेस, गोरखपुर-पनवेल, गोरखपुर-लोकमान्यता तिलक, कुशीनगर एक्सप्रेस, जनसाधारण एक्सप्रेस जैसी ट्रेनें शामिल हैं।
जरूरत के मुताबिक चलाई जाएंगी ट्रेनें
मंडल रेल प्रबंधक दीपक कुमार सिन्हा ने बताया कि गर्मी के सीजन में यात्रियों की संख्या आम दिनों की तुलना में दोगुनी हो जाती है। ऐसे में यात्रियों को आसानी से सीट उपलब्ध हो सके, इसके लिए अप्रैल, मई और जून माह में 40 समर स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी। ये ट्रेनें 3 महीने में 508 फेरे लेंगी। इससे यात्रियों को सीट मिल पाना आसान होगा। कहा अगर जरूरत पड़ती है तो यात्रियों की तादाद के अनुसार ट्रेनों में इज़ाफ़ा भी किया जाएगा। साथ ही कोच भी बढ़ाए जा सकते हैं।