खरगोन जिले में सरकारी उचित मूल्य दुकानों से राशन लेने वाले 1.50 लाख से अधिक लोगों की ई-केवाईसी अभी तक पूरी नहीं हुई है। प्रदेश में धीमी प्रगति को देखते हुए सरकार ने इसकी समय सीमा 15 मई तक बढ़ा दी है।
.
जिले में 670 राशन दुकानों के माध्यम से 15 लाख 17 हजार 90 हितग्राहियों को राशन वितरित किया जाता है। अब तक केवल 13.50 लाख हितग्राहियों की ही ई-केवायसी हो पाई है। जिला आपूर्ति अधिकारी भारतसिंह जमरे के अनुसार, फर्जी लाभार्थियों को रोकने के लिए बायोमेट्रिक सत्यापन अनिवार्य किया गया है।
ग्रामीण क्षेत्रों में ई-केवाईसी की स्थिति
भगवानपुरा जनपद में 39,247, बड़वाह में 33,433, भीकनगांव में 22,178, गोगांवा में 14,079, झिरन्या में 98,702, कसरावद में 30,249, खरगोन में 12,080, महेश्वर में 18,308 और सेगांव में 11,678 लोगों की ई-केवाईसी प्रक्रियाधीन है।
शहरी क्षेत्रों में बड़वाह में 1,785, खरगोन में 13,941, सनावद में 2,852, बिस्टान में 3,376, भीकनगांव में 1,640, करही पाडल्या में 840, कसरावद में 2,491, महेश्वर में 2,269 और मंडलेश्वर में 849 लोगों की ई-केवाईसी की प्रक्रिया चल रही है।
जिला आपूर्ति अधिकारी जमरे ने बताया

राशन कार्ड धारकों को सलाह दी गई है कि वे अपनी पंचायत या वार्ड की उचित मूल्य दुकान में परिवार के सभी सदस्यों का आधार कार्ड और समग्र आईडी लेकर जाएं और ई-केवाईसी करवाएं। यह प्रक्रिया राशन वितरण में आने वाली किसी भी असुविधा से बचने के लिए आवश्यक है।