वाराणसी में हत्यारोपी ग्राम प्रधान की रिहाई और केस से नाम हटाने की मांग को लेकर भाजपा नेताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर धरना दिया। धरनारत लोगों ने मिर्जामुराद थानाध्यक्ष पर कार्रवाई उन्हें हटाने की बात भी रखी।
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मांगों को लेकर जुटे परिजनों के समर्थन में एमएलसी धर्मेंद्र सिंह भी पहुंचे। एमएलसी धरना स्थल पर आक्रोशित लोगों के साथ बैठे और पुलिस कमिश्नर से मिलने उसके आफिस भी गए।उन्होंने सीपी से मामले में निष्पक्ष जांच और प्रधान के प्रति साफ्ट कार्नर की बात कही।
एमएलसी के आश्वासन पर 48 घंटे के अल्टीमेटम के साथ धरना समाप्त हुआ। ऐसा नहीं होने पर एमएलसी धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में फिर धरना-प्रदर्शन किया जाएगा। उधर, भाजपा नेताओं ने पुलिस अफसरों पर असहयोग की भावना और धमकाने का आरोप भी लगाया।
मिर्जापुर थाना क्षेत्र के कुंडरिया गांव में इलेक्ट्रीशियन की हत्या के बाद पुलिस ने ग्राम प्रधान मोहित सिंह को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मामले में कर जेल भेज दिया गया था, आरोपी का भाई भाजपा युवा मोर्चा का मंडल अध्यक्ष भी है और पुलिस की कार्रवाई को एकतरफा बताया।
पुलिस कार्रवाई को लेकर परिजन और भाजपा नेताओं ने कलेक्ट्रेट गेट पर धरना शुरू कर दिया। दोपहर बाद शुरू हुआ धरना देर रात तक चलता रहा। वहीं धरने पर समर्थन देने के लिए एमएलसी धर्मेंद्र सिंह भी देर रात पहुंचे और अधिकारियों से वार्ता के बाद धरना समाप्त कराया।
उन्होंने बताया कि पुलिस कमिश्नर ने 48 घंटे का समय दिया है इसके बाद अगर समाधान नहीं हुआ तो कचहरी पर धरने पर बैठेंगे। धरने पर बैठे लोगों का कहना था कि मनीष सिंह को झूठे आरोप लगाकर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। मामले में मिर्जामुराद SHO को निलंबित करने के साथ जांच शुरू की जाए।