विक्रम विश्वविद्यालय में एमए चौथे सेमेस्टर की परीक्षा के दौरान शनिवार को प्रश्नपत्र में बड़ी चूक सामने आई। कॉमन पेपर में सभी प्रश्न केवल अंग्रेजी में थे। हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों ने इस पर आपत्ति जताई।
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दोपहर 12 से 3 बजे की शिफ्ट में ज्योतिर्विज्ञान, अर्थशास्त्र, हिंदी, प्राचीन भारतीय इतिहास, अंग्रेजी, संस्कृत, राजनीति विज्ञान और लोक प्रशासन के टूरिज्म मैनेजमेंट विषय का पेपर था। परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र मिलने पर पता चला कि सभी प्रश्न सिर्फ अंग्रेजी में हैं, जबकि नियम के अनुसार प्रश्न हिंदी में भी होने चाहिए थे।
परीक्षा केंद्र पर मौजूद शिक्षकों ने स्थिति को संभाला। उन्होंने सभी प्रश्नों का हिंदी अनुवाद कर विद्यार्थियों को बताया। इस प्रक्रिया में समय लगने के कारण परीक्षा 15 मिनट देर तक चली। परीक्षा कोऑर्डिनेटर डॉ. नलिनसिंह पंवार ने बताया कि प्रश्नपत्र निर्माण में हुई गलती के कारण यह स्थिति बनी।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले 29 अप्रैल को भी बड़नगर शासकीय कॉलेज में प्रश्नपत्र के लिफाफे पर विषय कोड और वास्तविक विषय में अंतर होने से भ्रम की स्थिति बनी थी। हालांकि उस मामले को भी बाद में सुलझा लिया गया था।