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Astro Update: 12 वर्षों बाद मिथुन राशि में बुध और गुरु की युति होने जा रही है. देवघर के ज्योतिषी ने वृषभ, कर्क और तुला राशि वालों के लिए शुभ संकेत दिए हैं. धन लाभ के योग बन रहे हैं. परिवार में अच्छे संबंध स्थाप…और पढ़ें
12 साल बाद मिथुन राशि में बुध और गुरु की होगी युति
हाइलाइट्स
- मिथुन राशि में 12 साल बाद बुध-गुरु की युति होगी
- वृषभ, कर्क और तुला राशि वालों की किस्मत चमकेगी
- धन लाभ, संतान सुख और अच्छे संबंध स्थापित होंगे
देवघर: मई के बाद आने वाला जून का महीना ग्रह-नक्षत्रों के लिहाज से बहुत खास रहने वाला है. इस माह में कई बड़े ग्रह अपनी राशि बदलने वाले हैं. इसका असर कुछ राशियों पर सकारात्मक तो कुछ पर नकारात्मक पड़ेगा. ग्रहों के राशि परिवर्तन के साथ ही कई राशियों में ग्रहों की युति भी होगी, जिससे शुभ और अशुभ योग बनेंगे. जून में बुध और गुरु की युति होगी, जिससे तीन राशियों की किस्मत चमक सकती है. आइये देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि यह युति होगी और किन राशियों पर इसका क्या असर पड़ेगा.
क्या कहते हैं देवघर के ज्योतिषाचार्य?
देवघर के पागल बाबा आश्रम के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुद्गल ने लोकल 18 को बतााया कि ग्रहों के राजकुमार बुध और गुरु बृहस्पति जून में अपनी राशि बदलने वाले हैं. इनकी युति मिथुन राशि में 12 साल बाद 14 जून को होगी. इसका असर तीन राशियों पर बहुत सकारात्मक रहेगा. वृषभ, कर्क और तुला राशि के जातकों की किस्मत चमकने वाली है.
वृषभ राशि: इस राशि के जातकों पर बुध और गुरु की कृपा बरसेगी. इनकम में जबरदस्त इजाफा होगा. आय के नए स्रोत बढ़ेंगे. खर्च कम और इनकम ज्यादा होने से बैंक बैलेंस बढ़ेगा. आपके कार्यों की ऑफिस में सराहना होगी और नौकरी में प्रमोशन के योग बनेंगे.
कर्क राशि: गुरु और बुध की कृपा से इस राशि के जातकों के नए व्यावसायिक संबंध स्थापित हो सकते हैं. नए व्यापार की शुरुआत भी कर सकते हैं. बेहिचक व्यापार में धन निवेश करें, जो आगे चलकर मुनाफे का सौदा साबित होगा. आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और पुराना कर्ज खत्म हो जाएगा. करियर और कारोबार में तरक्की मिलेगी. जो जातक रोजी-रोजगार की तलाश में हैं, उनकी तलाश पूरी हो सकती है.
तुला राशिः इस राशि के जातकों पर भी बुध और गुरु की कृपा रहेगी. इससे भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी. जमीन-प्रॉपर्टी में धन निवेश करना फायदेमंद रहेगा. पिता के साथ अच्छे संबंध स्थापित होंगे. संतान इच्छुक दंपति की मनोकामना पूरी होगी. वैवाहिक जीवन सुखमय रहेगा. रुका हुआ धन मिलेगा और पैतृक संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद खत्म होंगे.