छत्तीसगढ़ में स्कूलों के युक्तिकरण को लेकर कांग्रेस ने विरोध शुरू कर दिया है। डौंडी लोहारा की विधायक अनिला भेड़िया ने बताया कि इसके विरोध में कांकेर जिले के बीईओ डीईओ कार्यालय का घेराव करेंगे।
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विधायक ने आरोप लगाया कि साय सरकार नई भर्तियां न करने के लिए यह युक्तिकरण कर रही है। इस फैसले का सबसे ज्यादा नुकसान बस्तर और सरगुजा के आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को होगा।
उन्होंने कहा कि प्राइमरी स्कूलों में वर्तमान छात्र-शिक्षक अनुपात 21:1 से बढ़ाकर 30:1 किया जा रहा है। मिडिल स्कूलों में यह अनुपात 26:1 से बढ़कर 35:1 हो जाएगा। इससे शिक्षकों के एक-तिहाई पद खत्म हो जाएंगे।
दो शिक्षकों को 18 कक्षाएं लेनी होंगी – विधायक
अनिला भेड़िया ने कहा कि प्राथमिक शालाओं में पहली और दूसरी कक्षा में 3-3 विषय तथा तीसरी से पांचवीं तक चार-चार विषय पढ़ाए जाते हैं। अभी तक तीन शिक्षक 40 मिनट की 6-6 कक्षाएं लेते थे।
नए नियम के बाद दो शिक्षकों को 18 कक्षाएं लेनी होंगी। मिडिल स्कूल में तीन कक्षाएं और छह विषय हैं। यहां हेडमास्टर और एक शिक्षक को 18 कक्षाएं लेनी होंगी। इसके अलावा मध्यान्ह भोजन और अन्य गैर-शैक्षणिक कार्य भी करने होंगे।
विधायक ने कहा कि युक्तियुक्तकरण शिक्षा विरोधी, रोजगार विरोधी कदम है। 10 हजार स्कूलों के बंद होने से रसोईया, चौकीदार, भृत्य जैसे पद भी समाप्त होंगे हजारों लोगों के रोजगार के अवसर समाप्त होंगे।
बीईए डीईओ कार्यालय का होगा घेराव
जिला कांग्रेस कमेटी इसके खिलाफ जमीनी लड़ाई लड़ने की बात कर रही है, जो शुरुआत में ब्लॉक स्तर पर बीईओ कार्यालय का घेराव जाएगा, इसके बाद जिला स्तर पर डीईओ कार्यालय का घेराव किया जाएगा।