टीकमगढ़ के धजरई हनुमान मंदिर में साकेत महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को कथा के दूसरे दिन निर्मोही अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वृंदावन के महंत मदन मोहन दास महाराज ने कथा में संतों की महिमा का बखान किया।
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कथा में महंत मदन मोहन दास ने कहा कि संतों की उपस्थिति से कोई भी स्थान तीर्थ बन जाता है। त्यागी जी महाराज ने धजरई गांव को धजरई धाम में परिवर्तित किया। आज टीकमगढ़ के लोगों को यहां कथा, कीर्तन और सत्संग का लाभ मिल रहा है।
भक्तों के सहयोग से हो रहा है साकेत महोत्सव
बुंदेलखंड पीठाधीश्वर एवं धजरई धाम के महंत सीताराम दास महाराज ने बताया कि त्यागी जी महाराज का साकेत गमन 13 जून 2016 को हुआ था। तब से हर साल भक्तों के सहयोग से साकेत महोत्सव का आयोजन किया जाता है।
13 जून तक चलेगा साकेत महोत्सव
यह दसवां साकेत महोत्सव 13 जून तक चलेगा। 12 जून तक प्रतिदिन कथा और श्रोताओं के लिए भंडारे का आयोजन होगा। महोत्सव का समापन 13 जून को विशाल भंडारे के साथ होगा। कार्यक्रम में बुंदेलखंड पीठाधीश्वर महंत सीताराम दास महाराज, संत रामचंद्र दास महाराज सहित अन्य संत और भक्तगण उपस्थित हैं।