नवादा पुलिस ने प्रेग्नेंट करने के नाम पर साइबर ठगी के मामले का पर्दाफाश किया है। एसपी अभिनव धीमान के निर्देश पर साइबर डीएसपी प्रिया ज्योति के नेतृत्व में एसआईटी टीम ने कार्रवाई की। टीम ने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार किया है। साथ ही, तीन नाबालिगों को हिरा
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मुख्य आरोपी राजेश कुमार (26) रोह थाना क्षेत्र के कुंज गांव का निवासी है। वह ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब और भारत की नंबर वन टेलीकॉम 5G कंपनी के नाम पर धोखाधड़ी करता था। आरोपी घर बैठे पार्ट टाइम और फुल टाइम जॉब के नाम पर मैसेज भेजने और कॉलिंग का काम देने का झांसा देता था।
साथ ही, इससे वो लोगों को प्रति माह 22,500 से 75,500 रुपए कमाने का लालच देता था। इसके अलावा वो मुफ्त लैपटॉप और मोबाइल देने का प्रलोभन भी देता था। इतना ही नहीं धोखाधड़ी के लिए पूरे भारत के अखबारों में विज्ञापन दिए जाते थे।
‘ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब’ कंपनी के नाम पर ठगी
राजेश ने ऑल इंडिया प्रेग्नेंट जॉब के नाम से एक फर्जी कंपनी बनाई। इसी नाम से साइबर रैकेट चलाया जा रहा था। जिसके जरिए निसंतान और संतान की चाह रखने वाली महिलाओं को टारगेट किया जाता था। इसके लिए सोशल मीडिया पर एक एड चलाया जाता था। जिससे लोगों को मैसेज दिया जाता था कि जो पुरुष इन महिलाओं को गर्भवती करने में मदद करेंगे, उन्हें 5 लाख रुपए दिए जाएंगे।
पीड़ितों से रजिस्ट्रेशन शुल्क, डॉक्यूमेंटेशन और अन्य बहानों से पैसे ऐंठे जाते थे। साथ ही, एक ऐसा वीडियो बनाया गया था, जिसमें युवती इस झूठे प्रस्ताव को प्रमोट करती नजर आती थी।
फर्जी वर्क फ्रॉम होम जॉब ऑफर
इस गिरोह का पैसा कमाने का एक और तरिका भी था। जिसमें वह लोगों को देश की नंबर 1 टेलीकॉम 5G कंपनी के नाम पर फर्जी पार्ट-टाइम/फुल-टाइम जॉब के विज्ञापन निकाले गए थे। इसके जरिए वो लोगों से वादा करते थे कि घर बैठे उन्हें 22,500 से 75,500 रुपए तक की कमाई कर सकते है।
इनके टारगेट पर युवा, महिलाएं, छात्र और बेरोजगार शामिल थे। उन्हें मुफ्त मोबाइल और लैपटॉप देने का लालच भी दिया जाता था। पेपर और सोशल मीडिया के जरिए विज्ञापन प्रसारित किया जाता था। एक बार जब लोग संपर्क करते, तो उनसे रजिस्ट्रेशन और अन्य तरीके से ठगी की जाती थी।
पुलिस ने आरोपियों से 5 मोबाइल फोन और एक कीपैड बरामद किया गया है। साइबर थाना में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर आगे की जांच जारी है।